UP NEWS: यूपी में धर्मांतरण के बड़े रैकेट का खुलासा, 'छांगुर बाबा' और 'नसरीन' की जोड़ी का पर्दाफाश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक बड़े धर्मांतरण गिरोह का खुलासा हुआ है। इस मामले में मुख्य आरोपी छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन से पूछताछ जारी है। इसी कड़ी में एक और बड़ा नाम सामने आया है नीतू उर्फ नसरीन, जो इस पूरे रैकेट में छांगुर बाबा की अहम सहयोगी थी। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद अब नसरीन से कई अहम राज़ सामने आने की उम्मीद है।
कौन है नीतू उर्फ नसरीन?
जांच में सामने आया है कि नीतू, असल में सिंधी समाज से ताल्लुक रखती है और पहले मुंबई में रहती थी। उसका असली नाम नीतू रोहरा है। वह अपने पति नवीन रोहरा और बेटी के साथ पिछले 3–4 वर्षों से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के रेहरा माफी गांव में रह रही थी। छांगुर बाबा के संपर्क में आने के बाद इस पूरे परिवार ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। जिसमें नवीन रोहरा से जमालुद्दीन,नीतू से नसरीन, और बेटी ने नाम रखा सबीहा.
‘जाति के हिसाब से रेट’ तय करती थी नसरीन
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धर्मांतरण के इस खेल में नीतू उर्फ नसरीन की भूमिका बेहद अहम थी। वह विशेष रूप से हिंदू लड़कियों को टारगेट करती थी। नसरीन न सिर्फ उनका ब्रेनवॉश करती, बल्कि जाति के आधार पर उनकी कीमत भी तय करती थी। लड़कियों को पैसे, शादी या नौकरी का लालच देकर इस्लाम कबूल करवाया जाता था।
अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला नेटवर्क
ATS की जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है — इस गिरोह के सदस्य अब तक 40 से अधिक बार इस्लामिक देशों की यात्रा कर चुके हैं। माना जा रहा है कि इन यात्राओं के दौरान उन्होंने कई विदेशी संपर्क भी बनाए। ये लोग भारत में गरीब और भोले-भाले परिवारों को निशाना बनाते थे, फिर लालच देकर पूरे परिवार का धर्म परिवर्तन करवा देते थे।
पूछताछ से खुल सकते हैं और भी बड़े नाम
फिलहाल STF और ATS दोनों टीमें इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। नसरीन की गिरफ्तारी के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि इस रैकेट में और भी प्रभावशाली चेहरे सामने आ सकते हैं। जांच एजेंसियों के अनुसार, जल्द ही इस गिरोह से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय फंडिंग, नेटवर्क और बाकी साथियों के नाम भी सामने आ सकते हैं।