UP NEWS: मुख्यमंत्री ने किया 'जनता दर्शन, हर पीड़ित के पास पहुंचकर सुनीं समस्याएं

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर 'जनता दर्शन' किया। इस दौरान यहां प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 125 से अधिक पीड़ित पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सभी के पास जाकर उनकी समस्याएं सुनीं और निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा हर पीड़ित को न्याय दिलाकर चेहरे पर मुस्कान लाना ही सरकार का ध्येय है। जनता दरबार में पुलिस, राजस्व, चिकित्सा सहायता, पेंशन, सड़क निर्माण समेत अनेक मामले आए, जिस पर प्रार्थना पत्र लेकर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। जनता दरबार में चंदौली से आए दो युवकों को मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग वॉकिंग स्टिक भी दी। साथ ही अभिभावकों के साथ पहुंचे बच्चों को पुचकारा, गोद में लेकर खिलाया और चॉकलेट भी दी।
सुबह 10 बजे से जनता की समस्याओं को सुनें अधिकारी, इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सुबह 10 बजे से सभी अधिकारी कार्यालय में बैठें और जनशिकायतों को सुनें। स्थानीय शिकायतों का समाधान जनपद स्तर पर ही कराया जाए। जो समस्याएं शासन स्तर से निस्तारित होनी हैं, उन्हें ही यहां भेजी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा हर पीड़ित को न्याय दिलाकर चेहरे पर मुस्कान लाना ही सरकार का ध्येय है। समस्याओं का निस्तारण सरकार की विशेष प्राथमिकता है। अफसरों से कहा कि पीड़ितों की समस्याओं को गंभीरता और संवेदनशीलता से लेते हुए उनका समाधान त्वरित और संतुष्टिपरक तरीके से कराना सुनिश्चित कराएं।
चंदौली के दो युवकों को दी इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग वॉकिंग स्टिक, बच्चों को किया दुलार
जनता दरबार में चंदौली से दो दिव्यांग युवक भी अपनी समस्या लेकर आए थे। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याएं सुनीं, फिर अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चंदौली के राजेश व चंद्रशेखर को इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग वॉकिंग स्टिक प्रदान की। इस दौरान कुछ पीड़ितों के साथ बच्चे भी आए थे, जिन्हें देख मुख्यमंत्री ने दुलारा-पुचकारा, गोद में लेकर खिलाया और चॉकलेट भी दी।
अफसरों को दिया प्रार्थना पत्र, समय से निस्तारण के निर्देश
मुख्यमंत्री ने जनता दरबार में मौजूद शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को जनता की शिकायतों का प्रार्थना पत्र सौंपते हुए इसके समय से निस्तारण के निर्देश दिए। पुलिस से जुड़ीं शिकायतों के निस्तारण के लिए डीजीपी को निर्देशित किया तो वहीं राजस्व संबंधी मामलों में कार्रवाई के लिए राजस्व परिषद के अध्यक्ष को कहा। मुख्यमंत्री ने सभी पीड़ितों को आश्वस्त किया कि उनके प्रार्थना पत्रों पर उचित कार्रवाई कर समस्या का समाधान किया जाएगा।
जनता दर्शन में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) एसपी गोयल, प्रमुख सचिव (गृह/मुख्यमंत्री) संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार समेत कई आलाधिकारी भी मौजूद रहे।