Crime News: लखनऊ में फर्जी IAS का पीए भी हुआ गिरफ्तार, पीए बनकर लोगों को जाल में फंसाता था

लखनऊ: लखनऊ की वजीरगंज पुलिस ने फर्जी आईएएस सौरभ त्रिपाठी के बाद अब उसके पीए बने साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपित के पास से पुलिस ने दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। फिलहाल पुलिस आरोपितों के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।


कैसे हुआ खुलासा

गोमतीनगर के विनयखंड निवासी कनिष्क सिंह के मुताबिक, फर्जी आईएएस सौरभ त्रिपाठी 5 मई 2025 से ABM Knowledgeware Ltd. में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर काम कर रहा था। वह फर्म के जरिए उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय निदेशालय में अकाउंटिंग से संबंधित काम देख रहा था। सौरभ ने सोशल मीडिया पर खुद को स्पेशल सेक्रेटरी, अर्बन डिपार्टमेंट और डायरेक्टर ऐट द कैबिनेट सेक्रेटरी, भारत सरकार लिख रखा था। आरोप है कि उसने यह फर्जी पहचान सरकारी व्यवस्था का गलत इस्तेमाल करने के लिए बनाई। इस मामले में सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस पहले ही रिपोर्ट दर्ज कर चुकी थी।


फरार होने की फिराक में था साथी

बुधवार को वजीरगंज पुलिस ने सौरभ त्रिपाठी को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान उसका साथी कुमार गौरव पांडेय भी सामने आया, जिसने खुद को फर्जी आईएएस का पीए बताया था। पुलिस को सूचना मिली कि वह स्वास्थ्य भवन चौराहे के पास से गुजरने वाला है। इसी दौरान उसे पकड़ लिया गया।


कहां का रहने वाला है आरोपी

पकड़े गए आरोपी कुमार गौरव पांडेय मूलरूप से फतेहगढ़ का रहने वाला है और इन दिनों गोमतीनगर विस्तार इलाके में रहता है। उसने पुलिस को बताया कि वह किस तरह फर्जी आईएएस का पीए बनकर लोगों को जाल में फंसाता था। पुलिस अब पूरे गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है।