Ram Mandir News: प्रभु राम के स्वागत की भव्य तैयारी, सरयू तट से राम मंदिर तक 28 लाख दीयों की जगमगाहट की तैयारी
अयोध्या: इस साल अयोध्या का दीपोत्सव पहले से कहीं ज्यादा भव्य और ऐतिहासिक होने वाला है। राम मंदिर निर्माण के लगभग पूर्ण होने की खुशी में पूरा शहर राममय हो उठा है। सरयू तट, राम की पैड़ी और मंदिर परिसर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहे हैं। लता चौक से लेकर राम की पैड़ी तक हर कोना सजाया जा रहा है। इस बार पहली बार राम मंदिर के 70 एकड़ परिसर में भी दीयों की रोशनी फैलाई जाएगी।
सरयू तट पर 28 लाख दीयों की तैयारियां
राम की पैड़ी से सरयू नदी के 56 घाटों तक 33 हजार स्वयंसेवक दीयों को सजाने में जुटे हैं। शुक्रवार तक करीब 70% काम पूरा हो गया था और शनिवार को बचा हुआ कार्य जारी रहेगा। अवध यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. ब्रजेंद्र सिंह के अनुसार, इस बार 26 लाख दीयों का विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। पर्यटन विभाग की टीम शनिवार शाम 7 बजे से लेजर शो, ड्रोन शो और लाइटिंग कार्यक्रमों का रिहर्सल करेगी।
राम मंदिर परिसर में कैसे होगा दीपोत्सव
राम जन्मभूमि परिसर में करीब एक लाख दीयों को जलाने का लक्ष्य रखा गया है। ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिर के पत्थरों पर निशान न पड़े, इसलिए भवन पर मोम के दीये, रास्तों पर मिट्टी के दीये और गर्भगृह में देसी घी से बने गोबर के दीये जलाए जाएंगे। मंदिर परिसर के चारों प्रवेश द्वारों — रामानंदाचार्य, माध्वाचार्य, आदि शंकराचार्य और रामानुजाचार्य द्वारों — को फूलों से भव्य रूप से सजाया जा रहा है।
मंदिर के गेटों और परकोटे की साज-सज्जा
चारों गेटों को सजाने के लिए सैकड़ों कुंतल फूलों का उपयोग किया जा रहा है। परकोटे के छह मंदिर और सप्तऋषि के सातों मंदिरों को भी आकर्षक रोशनी और फूलों से सजाया जा रहा है। मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान पारंपरिक पूजा विधि से भगवान राम की आराधना की जाएगी।
घाटों पर गिनीज रिकॉर्ड की तैयारी
राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर स्वयंसेवक लगातार दीयों को सजाने में लगे हैं। 19 अक्टूबर को 26,11,101 दीपों के एक साथ प्रज्वलन से नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस बार का दीपोत्सव हर आगंतुक के लिए यादगार अनुभव होगा। नोडल अधिकारी डॉ. संत शरण मिश्रा ने बताया कि 19 अक्टूबर की सुबह दीयों में बाती और तेल भरने का कार्य पूरा किया जाएगा ताकि शाम को एक साथ सभी दीये जल सकें।
73 हजार लीटर तेल से जगमगाएगी अयोध्या
दीपोत्सव के लिए 26 लाख दीयों में से 16 लाख दीये स्थानीय कुम्हार परिवारों ने बनाए हैं। शेष 10 लाख दीयों की व्यवस्था औद्योगिक इकाइयों, सामाजिक संगठनों और ग्रामीण महिलाओं ने की है। इन सभी दीयों को जलाने के लिए 73,000 लीटर तेल और 55 लाख बत्तियां तैयार की गई हैं।
भव्य शो और महाआरती बनेगी आकर्षण का केंद्र
18 से 20 अक्टूबर तक 3D होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो और 1,100 "मेक इन इंडिया" ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा। मुख्य दिन यानी 19 अक्टूबर को 2,100 वेदाचार्यों द्वारा सरयू तट पर महाआरती की जाएगी, जो इस दीपोत्सव का सबसे भव्य क्षण होगा।