UP NEWS: लखनऊ में ठाकुर विधायकों की बैठक से सियासत गर्म, 49 ठाकुर विधायकों में से 40 विधायक बैठक में हुए थे शामिल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 11 और 12 अगस्त को एक पांच सितारा होटल में हुई ठाकुर विधायकों की बैठक ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस बैठक को "कुटुंब परिवार" नाम दिया गया और इसमें कुल 49 ठाकुर विधायकों में से 40 शामिल हुए। बैठक की अगुवाई राज्य सरकार में मंत्री रामवीर सिंह ने की।
बीजेपी और बागी सपा विधायक भी हुए शामिल
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में सिर्फ बीजेपी के ठाकुर विधायक ही नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी से नाराज चल रहे कुछ क्षत्रिय विधायक भी शामिल हुए। बैठक में संगठन से जुड़े मसलों के साथ-साथ राजनीतिक रणनीति पर भी चर्चा की गई। इस बैठक को ठाकुर समुदाय की एकजुटता के तौर पर भी देखा जा रहा है।
बृजभूषण शरण सिंह ने उठाए सवाल
पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने इस बैठक पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सवाल किया – "देश के कितने टुकड़े करोगे?" उन्होंने इस बैठक को "अज्ञानता में उठाया गया कदम" बताया और कहा कि समाज को बांटने के बजाय सबको साथ लेकर चलने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बैठक में सभी समाज के लोग होते तो यह ज़्यादा सकारात्मक कदम होता। उन्होंने क्षत्रिय नेताओं से अपील की – "अगर राम को मानते हो तो उनके रास्ते पर चलो, जैसे राम सबको साथ लेकर चले थे।"
पूजा पाल के मुद्दे पर सपा के एक्शन का समर्थन
बृजभूषण शरण सिंह ने सपा नेता पूजा पाल पर पार्टी द्वारा लिए गए अनुशासनात्मक कार्रवाई का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई नेता विपक्षी पार्टी में रहकर सरकार की तारीफ करता है तो उस पार्टी को वह स्वीकार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पूजा पाल को भाजपा सरकार से न्याय मिला, जिससे उन्होंने राहत महसूस की और ऐसे में उनका सपा में बने रहना मुश्किल था।
केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंची बैठक की रिपोर्ट
इस बैठक के बाद यूपी बीजेपी संगठन ने पूरी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी है। सपा लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ठाकुर नेताओं और अफसरों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाती रही है। ऐसे में यह बैठक राजनीतिक संकेतों से भरी मानी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि बैठक का मकसद सिर्फ संवाद नहीं, बल्कि सरकार और संगठन में ठाकुर विधायकों की स्थिति को मजबूत करने की रणनीति पर भी चर्चा करना था।