One Day Police Officer : ‘नायक’ फिल्म की तर्ज पर एक दिन की थानाध्य्क्ष बनी दसवीं की छात्रा, लोगों को समस्याओं का किया ऑन द स्पॉट निपटारा

One Day Police Officer : नायक फिल्म की तर्ज पर दसवीं कक्षा की छात्रा एक दिन के लिए थानाध्यक्ष बनायीं गयी. जिसनें अपनी प्रतिभा से सबको कायल कर दिया.....पढ़िए आगे

एक दिन की थानाध्यक्ष - फोटो : SOCIAL MEDIA

JAUNPUR : मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में सरकार लगातार कदम बढ़ा रही है। इसी क्रम में जिले के सुरेरी थाना में मंगलवार को एक अनोखी पहल देखने को मिली, जब दसवीं कक्षा की छात्रा स्वाति मिश्रा को एक दिन का थानाध्यक्ष बनाया गया।

लोगों की सुनी समस्याएं

थाने की कुर्सी पर बैठकर छात्रा स्वाति मिश्रा ने पूरी गंभीरता से फरियादियों की समस्याएं सुनीं और समाधान के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए। इस दौरान थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने उन्हें हर कार्य की जानकारी दी और थाने के कामकाज से अवगत कराया। सबसे खास बात यह रही कि स्वाति मिश्रा के हस्तक्षेप से थाने में लंबित एक 10 साल पुराना विवाद भी सुलझ गया। छात्रा के समझाने पर दोनों पक्षों में सुलह हो गई।

स्वाति मिश्रा, छात्रा एक दिन की थानाध्यक्ष

“मुझे बहुत अच्छा लगा कि मुझे पुलिस अधिकारी बनने का मौका मिला। मैं बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हूं, लेकिन अगर पुलिस सेवा का मौका मिला तो अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करूंगी। महिलाएं किसी से कमजोर नहीं हैं, और मिशन शक्ति जैसी पहल से हम सबका आत्मविश्वास बढ़ा है।”

स्कूल प्रिंसिपल ने कहा

स्वाति मिश्रा के स्कूल प्रिंसिपल ने बताया कि स्वाति एक मेधावी और अनुशासित छात्रा है, जो भविष्य में निश्चित रूप से अपने परिवार और विद्यालय का नाम रोशन करेगी। “स्वाति जैसी छात्राएं समाज के लिए प्रेरणा हैं। ऐसे अभियानों से बच्चियों में आत्मनिर्भरता की भावना विकसित होती है।”

महिलाओं का बढ़ता आत्मविश्वास

मिशन शक्ति अभियान की इस पहल की सभी ने सराहना की। लोगों का कहना है कि इस तरह के प्रयास न केवल बालिकाओं में आत्मविश्वास जगाते हैं, बल्कि समाज को महिलाओं की भूमिका और क्षमता का एहसास भी कराते हैं। भविष्य में इस पहल का छात्राओं के जीवन पर कितना असर पड़ेगा, यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन इतना तय है कि स्वाति मिश्रा ने इस एक दिन की थानाध्यक्षी से सबका दिल जीत लिया है।