Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में बसंत पंचमी पर तीसरा अमृत स्नान जारी, संगम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, दूसरे अमृत स्नान पर हुए भगदड़ के बाद जानें सुरक्षा के क्या है इंतजाम
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में बंसत पंचमी के अवसर पर तीसरा अमृत स्नान जारी है। संगम पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी पड़ी है। सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया है।
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के अवसर पर आज बसंत पंचमी के पावन दिन तीसरे अमृत स्नान की शुरुआत हो चुकी है। विभिन्न अखाड़ों के साधु-संतों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाकर आस्था का प्रदर्शन किया। महानिर्वाणी अखाड़ा और अटल अखाड़ा समेत कई अन्य अखाड़ों ने भी अमृत स्नान किया। संगम तट पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। वहीं बीते 29 जनवरी को दूसरे अमृत स्नान के दौरान हुए हादसे को लेकर सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया है।
प्रयागराज में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, वाहनों की एंट्री बंद
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 4 फरवरी तक प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। यहां तक कि VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। संगम के घाटों पर भीड़ का दबाव कम करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और सीनियर अधिकारी भी टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं। साथ ही, बैरिकेडिंग की संख्या भी बढ़ा दी गई है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अखाड़ों का जुलूस और अमृत स्नान
बसंत पंचमी के इस शुभ अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के साधु-संतों ने त्रिवेणी संगम पर स्नान किया। सोमवार तड़के से ही श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंचने लगे थे। अखाड़ों के महामंडलेश्वरों ने जुलूस का नेतृत्व किया, जिसमें महानिर्वाणी अखाड़ा, अटल अखाड़ा और अन्य प्रमुख अखाड़े शामिल थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ की व्यवस्थाओं की सराहना
स्वामी बालका नंद गिरि ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रशासन ने मेला क्षेत्र में बेहतरीन प्रबंध किए हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिन देवी सरस्वती की पूजा और अमृत स्नान के लिए बेहद पवित्र है। बड़ी संख्या में नागा साधु भी त्रिवेणी संगम पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तड़के 3:30 बजे से अपने सरकारी आवास के वॉर रूम से डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और अन्य अधिकारियों के साथ अमृत स्नान की तैयारियों का अपडेट लिया और आवश्यक निर्देश जारी किए।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़, अब तक 34.97 करोड़ ने लगाई डुबकी
सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि सुबह 4 बजे तक 16.58 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। 13 जनवरी से अब तक कुल 34.97 करोड़ श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं, जिसमें 10 लाख कल्पवासी और 6.58 लाख तीर्थयात्री शामिल हैं। प्रशासन को उम्मीद है कि सोमवार को ही करीब 5 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे।
अमृत स्नान का कार्यक्रम और समय
कुंभ मेला अधिकारियों के अनुसार, अमृत स्नान सुबह 4 बजे से संन्यासी संप्रदाय के अखाड़ों के साथ शुरू हुआ। जुलूस का नेतृत्व महानिर्वाणी अखाड़ा, अटल अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, आनंद अखाड़ा, जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा और पंचाग्नि अखाड़ा ने किया। हर अखाड़े को स्नान के लिए 40 मिनट का समय दिया गया।
बैरागी और उदासीन संप्रदाय के स्नान का कार्यक्रम
बैरागी संप्रदाय के अखाड़े सुबह 8:25 बजे से अमृत स्नान शुरू करेंगे, जिसमें अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा, अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा और अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा शामिल होंगे। सबसे अंत में उदासीन संप्रदाय के अखाड़ों का स्नान होगा। सुबह 11 बजे ये अखाड़े त्रिवेणी संगम की ओर कूच करेंगे। इस समूह में श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण, और श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा शामिल होंगे।
महंत रविंद्र पुरी का आग्रह
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि बसंत पंचमी के अवसर पर आज आखिरी अमृत स्नान है। स्नान के बाद वे वाराणसी के लिए रवाना होंगे। उन्होंने श्रद्धालुओं से अनावश्यक भीड़ न लगाने की अपील की और प्रशासन की व्यवस्थाओं की भी सराहना की। महाकुंभ के इस पावन अवसर पर संगम तट श्रद्धा, भक्ति और आस्था से सराबोर है, जहां हर डुबकी के साथ लोग मोक्ष और पुण्य की प्राप्ति की कामना कर रहे हैं।