Charcha Garam Hai- भगवा पार्टी के बड़े नेता जी का 'बकरे की बोटी साथ में आटे की गरमागरम रोटी' वाले दावत में भारी बवाल
Charcha Garam Hai- सांसद ने उप चुनाव के दौरान वोटरो के साथ साथ अपने कार्यकर्ताओं को रिझाने के लिए भोज का आयोजन । लेकिन प्लेट में बकरे के बोटी के जगह रस मिलने से बवाल हो गया ।
Charcha Garam Hai - भगवा पार्टी के बड़े नेता और सांसद ने उप चुनाव के दौरान वोटरो के साथ साथ अपने कार्यकर्ताओं को रिझाने के लिए भोज का आयोजन किया । भोज निमंत्रण के साथ संदेश दिया गया कि आइए भोजन के तौर पर बकरे की बोटी'' साथ में आटे की गर्मागर्म रोटी पाइए । उस पर तुर्रा यह कि नेताजी का भोज से पहले केसरिया भाषण भी होगा। दिन आ गया नेताजी भी आ गए औऱ लोग भी जुट गए ।
नेताजी का भाषण शूरू हुआ । बटेंगे से लेकर कटेंगे के नारे के साथ साथ जनता जर्नादन की पूरी संवेदना जगा गए । नेताजी का भाषण सुनने जुटे लोगों का ध्यान बेटेंगे तो कटेंगे वाले भाषण सुनने से ज्यादा कट कर आए बकरे से होने वाले भोज पर कुछ ज्यादा ही था । नेताजी जी का भाषण खत्म हुआ बारी रसास्वादन करने का था । लेकिन ये क्या भाषण के साथ राशन के लिए जुटे लोगों को प्लेट तो थमाया गया ,लेकिन प्लेट में न बकरे की बोटी थी न गर्मागर्म आटे की रोटी थी । जानते ही आदमी को भूखे पेट कुछ सुहाता नही ,हुआ भी यही देखते ही देखते नेताजी जी का भाषण सुनने के लिए जुटे लोग राशन के अभाव में भड़क उठे। सांसद महोदय के कार्यलय में जूतमपैजार शूरू हुआ बकरे की बोटी और रोटी के लिए लोग रफ्तार में इधर उधर भागते नजर आए ।
परिणाम ऐसा हुआ कि कई लोग बुरी तरह घायल हुए तो कई लोगों को सहलाने भर चोट लगा । भगदड़ की स्थिति देख सांसद महोदय के खासम खास आनन -फानन में इस दर्द वाली दादत को बंद करवाया । उनका कहना था यह हंगामा विपक्ष की पैदाइश है। समाज को एक जुट करने के चक्कर में नेताजी को आकस्मिक संकट से सामना हो गया। नेताजी ने बताया कि भला बताइए 200 लोग को बुलाए थे पता नही 1000 से भी ज्यदा आदमी कैसे पहुंच गए । बाहरी लोगों ने ही भगदड़ किया । बताया जा रहा है कि सब लोग चले गए तो कुछ बचे लोगों के साथ बकरे की बोटी थी गर्मागर्म आटे की रोटी का नेताजी ने आनंद लिया। यानि येन केन प्रकारेण दावत संपन्न हुआ ।
रितिक की रिपोर्ट