Earthquake News: आधी रात को भूकंप के झटके से दहला इलाका, भारत सहित इन शहरों में डोली धरती, दहशत में घरों से भागे लोग

Earthquake News: आधी रात को भूकंप के झटके से लोगों में दहशत का माहौल कायम हो गया। भारत सहित कई देशों में भूकंप के झटके महसूस हुए। दहशत में लोग घरों से बाहर निकल गए।

भूकंप के झटके से दहशत - फोटो : प्रतीकात्मक

Earthquake News:  आधी रात को भूंकप के झटके से इलाका दहल गया। भारत सहित कई देशों में धरती डोली जिससे लोग दहशत में आ गए और अपने अपने घरों से भाग निकलें। दरअसल, एशिया के कई हिस्सों में मंगलवार को भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। तिब्बत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भारत के हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में भूकंपीय गतिविधि दर्ज की गई। हालांकि, अब तक किसी भी क्षेत्र से बड़े नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं मिली है।

भूकंप की झटके से दहशत में लोग 

भूकंप की तीव्रता की बात करें तो तिब्बत में 4.0 तीव्रता, पाकिस्तान में 4.6 तीव्रता, अफगानिस्तान में 4.3 तीव्रता, शिमला (हिमाचल प्रदेश) में 2.8 तीव्रता, लेह (लद्दाख) में 3.7 तीव्रता के साथ तिब्बत और पड़ोसी देशों में झटके महसूस हुए।  तिब्बत में 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसका केंद्र पहाड़ी इलाकों में था। 

फिलहाल नुकसान की सूचना नहीं 

जानकारी अनुसार झटके हल्के थे और किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों और अफगानिस्तान के ग्रामीण इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान में 4.6 और अफगानिस्तान में 4.3 तीव्रता के भूकंप दर्ज किए गए। दोनों देशों में प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है और नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है।

भारत में भी हल्के झटके

हिमाचल प्रदेश के शिमला में 22 अक्टूबर की रात करीब एक बजे 2.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र पांच किलोमीटर की गहराई पर था। झटके हल्के थे और किसी तरह की क्षति की सूचना नहीं है। प्रशासन ने लोगों से शांत रहने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। लद्दाख के लेह में 21 अक्टूबर को दोपहर में 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। इसका केंद्र लगभग 90 किलोमीटर की गहराई पर था। गहराई अधिक होने के कारण सतह पर असर सीमित रहा।

संवेदनशील क्षेत्रों में बढ़ाई गई सतर्कता

तिब्बत, अफगानिस्तान और हिमालयी क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील माने जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के छोटे भूकंप अक्सर भूगर्भीय हलचल का संकेत होते हैं। स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर बने रहने की अपील की है। अब तक किसी भी क्षेत्र से बड़े पैमाने पर नुकसान या जनहानि की कोई खबर नहीं आई है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है।