Vegetable Price Hike: बढ़ती महंगाई ने लोगों को पहले हीं परेशान कर रखा था वहीं अब हरी-सब्जियां के भाव भी आसमान छूने से घर की रसोई का बजट बिगड़ गया है. सब्जियों की मंहगाई से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार के लोगों का खाना बिना सब्जी केअधूरा सा लगता है और वहीं महंगी सब्जियों की वजह से लोगों की ज़ेब ढ़िली हो गई है. ऐसे में लोगों की थाली से सब्ज़ी गायब होने लगी है. लोगों का कहना है कि अगर थाली में सब्जी होगी तो ज़ेब में पैसे नहीं होंगे.
बाजार में हरी सब्जी 60रुपये से लेकर 100 रुपये तक हो गई है.बता दें की नेनुआ,कच्चा केला,कच्चा पपीता और बंदगोभी का भाव 40 से 50 रुपये वहीं भिंडी,करैला,बोरा और गोभी 60से 70रुपये साथ ही,टमाटर के दाम में तो फिर आग लगा हुआ है.80से100 किलो टमाटर बाजार में मिल रहा है. धनीया पत्ता 400 रुपये हो गई है.
महिलाएं मंहगी सब्जियों की जगह वैकल्पिक आइटम का उपयोग कर रही है.उनका कहना है की मंहगी सब्जी से उनके रसोई का बजट बिगड़ रहा है और ऐसे में रसोई संभालने में दिक्कत आ रही है. इसलिए महिलाएं काबुली,मूंग,चना,सोयाबिन आदी का प्रयोग सब्जी के रुप में कर रही है और महंगी सब्जियां खरीदने से बच रही हैं.
स्थिति ये हैं कि कोई भी हरी सब्जी 50 रुपए किलो से नीचे नहीं है. आगू का दाम अलग हीं रुला रहा है. प्याज खरीदने से पहले हीं आंसू निकल रहे हैं. लोग करें तो क्या करें.
पटना से प्रगति शर्मा की रिपोर्ट