Bihar Four lane Road: बिहार में कई फोरलेन और छह लेन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसी बीच पटना-आरा-सासाराम फोरलेन हाईवे को मंजूरी मिल गई है। इसकी मंजूरी मिलने से बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी। दरअसल, केंद्र सरकार ने बिहार के विकास को गति देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पटना से आरा और सासाराम तक फोरलेन हाईवे के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना हाइब्रिड एन्युटी मॉडल के तहत बनाई जाएगी।
पटना-आरा-सासाराम फोरलेन हाईवे को मिली मंजूरी
जल्द ही इस परियोजना को केंद्र सरकार की मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति को अंतिम स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। इस हाईवे पर अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ सकेंगी, जिससे पटना, आरा और सासाराम के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। यह हाईवे पटना को स्वर्णिम चतुर्भुज (जीटी रोड) से सीधे जोड़ेगा, जिससे बिहार से उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक की यात्रा आसान हो जाएगी। इस परियोजना से क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
सोन नदी पर नया पुल
वहीं इस परियोजना के तहत सोन नदी पर एक नया पुल भी बनाया जाएगा, जो क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना के लिए 3900 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। एजेंसी को कार्य आवंटित होने के बाद ढाई साल के भीतर इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा करना होगा। वहीं इस सड़क पर चढ़ने-उतरने की सुविधा कई जगहों से रहेगी।
3900 करोड़ रुपये का किया गया प्रावधान
मालूम हो कि, नीतीश सरकार के अपील पर ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में अपनी कार्ययोजना में इस सड़क के लिए 3900 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इस परियोजना का टेंडर पिछले दिनों ही जारी हुआ था, लेकिन डीईए से मंजूरी नहीं मिलने के कारण इसका टेंडर रिसीव (फाइनल) नहीं हो पा रहा था। बुधवार को डीईए की मंजूरी मिलते ही अब इस सड़क का टेंडर इसी वित्तीय वर्ष में फाइनल हो जाएगा। माना जा रहा है कि मार्च तक हाइवे का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाए।
पहले पैकेज में पटना से आरा तक 46 किलोमीटर बनाई जाएगी सड़क
जानकारी अनुसार पहले पैकेज में पटना से आरा तक 46 किलोमीटर, जबकि दूसरे में आरा से सासाराम तक 74 किलोमीटर की सड़क बनाई जाएगी। बिहार सरकार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि यह परियोजना राज्य की महत्वाकांक्षी परियोजना है और इससे राज्य के विकास में तेजी आएगी। कन्हौली और नौबतपुर के बीच पटना रिंग रोड से शुरू होने वाली यह सड़क सासाराम में जीटी रोड में मिल जाएगी। इसके बनने से न केवल शाहाबाद क्षेत्र बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश भी आना-जाना आसान होगा।
परियोजना से होने वाले लाभ
यह परियोजना बिहार के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और राज्य को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगी। यह परियोजना शाहाबाद क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। इस हाईवे के बनने से यातायात की समस्या कम होगी और लोगों को सुविधाजनक यात्रा की सुविधा मिलेगी। यह परियोजना बिहार के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है