Bihar News: औरंगाबाद की जीवन रेखा कही जाने वाली अदरी नदी आज प्रदूषण की चपेट में है. नदी का पानी इतना प्रदूषित हो गया है कि इसका सेवन कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है. पीएचईडी विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, नदी के पानी में टर्बिडिटी का स्तर अत्यधिक उच्च है, जो पानी की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित करता है. यह प्रदूषण मुख्यतः घरेलू कचरे और औद्योगिक अपशिष्ट के कारण है.
इस विकट समस्या से निपटने के लिए शहरवासियों ने एकजुट होकर 'अदरी बचाओ आंदोलन' शुरू किया है. आंदोलन के संयोजक, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कहा, 'हम नदी को प्रदूषण से मुक्त कराकर इसे पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
आंदोलन के तहत, लोग नदी के किनारे साफ-सफाई अभियान चला रहे हैं, लोगों को जागरूक कर रहे हैं और सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं. साथ ही, एक जनहित याचिका दायर करने की भी योजना है।
रिपोर्ट- दीनानाथ मौआर