AURANGABAD : आज औरंगाबाद के ऐतिहासिक सूर्य नगरी देव में भी नहाय खाय के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का शुरूआत हो गयी है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरूआत छठ व्रतियों ने पवित्र सूर्यकुंड में स्नान कर किया है।
इसके बाद व्रती शुद्ध शाकाहारी भोजन गयी हैं जिसे आज वे ग्रहण करेगें और फिर यानि बुधवार को व्रती पुरे दिन निर्जला व्रत रखेगें। शाम को रसिया और रोटी के पकवान को प्रसाद के रूप में ग्रहण करेगें। इसको लेकर जिला के हर घर में उत्सवी माहौल है और घर के सभी सदस्य इस अनुष्ठान को सफल बनाने में अपना भरपुर सहयोग दे रहे हैं।
बता दें की भारत में हिंदुओं का यह पहला मंदिर है, जिसका मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में है। पश्चिमाभिमुख देव सूर्य मंदिर को ‘दवार्क’ माना जाता है। मंदिर को पौराणिकता, शिल्पकला और महत्ता विरासत में मिली है जो अपनी भव्यता के लिए जहां प्रसिद्ध है, वहीं आस्था का बहुत बड़ा केंद्र भी है। इसी कारण प्रतिवर्ष यहां कार्तिक और चैत्र मास में होने वाले छठ में बहुत बड़ा मेला लगता है। मान्यताओं के अनुसार, इस सूर्य मंदिर का निर्माण स्वयं विश्वकर्मा ने किया है।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट