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BIHAR POLITICS : कोइरी आक्रोश महारैली को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि का ऑडियो हुआ वायरल, जातीय सर्वे में धांधली का लगाया आरोप

नागमणि की ऑडियो वायरल

AURANGABAD : बिहार के लेनिन कहे जाने वाले शहीद जगदेव प्रसाद के सुपुत्र नागमणि के द्वारा डाली गई सोशल मीडिया पर एक ऑडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रही है। जिसमे जातीय सर्वे को लेकर बिहार के नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला गया है।  उस ऑडियो में उन्होंने अपने समाज के लोगो को आवाहन किया है कि कोईरी समाज के लोग एक जुट होकर 25 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में होने वाली कोइरी आक्रोश महारैली में बढ़ चढ़कर भाग ले।

दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो और बैनर पोस्टर जारी करते हुए अपने जाति के लोगो को 25 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में एकजुट होने का आवाह्न किया है। उस ऑडियो में जातीय सर्वे को लेकर बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला गया है। उसमें बताया गया है कि जातीय सर्वे में बिहार सरकार के द्वारा बड़े  पैमाने पर धांधली किया गया है। एक मात्र यादव जाति को छोड़ कर सभी जाति का आंकड़ा कम दिखाया गया है। 

उन्होंने कहा की यह जातीय सर्वे कही से उचित नहीं है। यह सर्वे अधिकारियों के द्वारा कार्यालय में बैठ केवल खाना पूर्ति किया गया है। क्यों की यादव की संख्या यह 14% दिखाया गया वही कोइरी जाती की संख्या मात्र 7 प्रतिशत दिखाया गया है। जबकि यादव से महज कोइरी जाति की संख्या दो तीन परसेंट कम होगी। जिसे सर्वे में सीधे आधा कर दिया गया। वही उसमें यह भी कहा गया है कि राजपूत, भूमिहार, ब्राम्हण की आबादी 5.5 % है जिसे मात्र 3% बताया गया है।

कहा की कलाल जाति के लोग मुसलमान होते है जिसे हिंदू बताया गया है। इस सर्वे में बिहार सरकार ने सभी जाति को नीचा दिखाने का काम किया है, जिसका मात्र एक ही कारण है। क्यों की बिहार सरकार एक ऐसी योजना पर काम कर रही है की जिसकी जितनी भागे दारी,उसकी उतनी हिस्सेदारी पर कम कर रही है। इसी कारण को लेकर यादवों को छोड़ कर अन्य सभी जातियों के जनसंख्या की आंकड़े कम दिखाया है। उसमें यह भी कहा गया है कि बिहार में जिस जाति का मुख्यमंत्री बना है। मात्र उसी जाति के लोगों का विकास हुआ है। उन्होंने नीतीश सरकार को सचेत करते हुए,ऑडियो में एक आवाज भी दिया गया है, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि , जुल्म की खेती में बगावत की किसान पैदा लेते है, वक्त की आवाज पर श्मशान से भी इंसान पैदा लेते है।

औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट

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