BANKA : 'अगर हौसले हो बुलंद तो आँधियो में भी चिराग जलते हैं।' कुछ ऐसी ही कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है बांका के अमरपुर की बेटी रिया कुमारी ने। 18 वर्ष चार महीना की उम्र में देश की सेवा करने का दृढ़ संकल्प लेकर रिया ने बीएसएफ की वर्दी पहनकर ना सिर्फ अमरपुर बल्कि पुरे बांका जिला का नाम देश में रौशन किया है।
रविवार की सुबह रिया बीएसएफ की वर्दी में अपने पैतृक गांव अमरपुर के वार्ड नंबर आठ पहुंची। उनका स्वागत अमरपुर वासियो ने ढोल नगाड़ो और पटाखे फोड़ कर तथा फुलो का माला पहनाकर किया। रिया के पिता श्रवण कुमार बस स्टैण्ड पर फलो की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार का जीवन यापन करते आ रहे हैं जबकि मां रूपा देवी कुशल गृहिणी है। रिया दो भाईयो में सबसे बड़ी है। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा कन्या मध्य विधालय अमरपुर से ही हुई। दसवी की परीक्षा उन्होंने अमरपुर के आदर्श बालिका उच्च विधालय से उत्तीर्ण किया। जबकि ग्रेजुएशन वह भागलपुर के टीएनबी कॉलेज से कर रही है।
रिया ने बताया कि वह बचपन से पुलिस सेवा में जाना चाहती थी। दरोगा बनने का उसका सपना है। ग्रेजुएशन तैयारी के दौरान बीएसएफ का फॉर्म आया और भर दिया और पहले ही प्रयास में परीक्षा में सफल हुई। आगे एसआई की तैयारी जारी रखेगी।
उनकी पहली पोस्टिंग पंजाब के गुरदासपुर बॉर्डर पर हुई है। प्रेस वार्ता के दौरान बीएसएफ की महिला जवान रिया ने कहा कि उनकी सफलता का सारा श्रेय उनकी मां, पिताजी एवं दिवंगत दादाजी हीरालाल साह को जाता है। उन्होंने प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हौसला हो बुलंद तो आँधियो में भी चिराग जल सकती है। जिस तरह पानी की लहरो में कागज की नैया पार नहीं होती है। उसी तरह कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती है। किसी भी मंजिल को पाने के लिए एकाग्रता बेहद जरूरी है। मंजिल खुद ब खुद आपके कदम चुमेगी। मौके पर वार्ड पार्षद शंकर महतो समेत समाज के लोगो ने रिया की सफलता पर उन्हें बधाई दिया।
बांका से चंद्रशेखर भगत की रिपोर्ट