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Bihar First 6 Lane Cable Bridge: बिहार में बनकर तैयार है एशिया का सबसे चौड़ा केबल ब्रिज, इस दिन से शुरू होगी आवाजाही, इन जिलों के लोगों को मिलेगा फायदा

Bihar First 6 Lane Cable Bridge: बिहार में एशिया का सबसे चौड़ा 6 लेन केबल ब्रिज का निर्माण कार्य जारी है। ब्रिज का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है। दो बार निर्माण कार्य फेल होने के बाद अब माना जा रहा है कि इसे जल्द लोगों को समर्पित किया जा सकता है

 6 lane cable bridge
Bihar first 6 lane cable bridge- फोटो : Reporter

Bihar First 6 Lane Cable Bridge:  बिहार में गंगा नदी पर बन रहा एशिया का सबसे चौड़ा छह लेन का केबल ब्रिज लगभग पूरा हो चुका है। यह ब्रिज मोकामा और बेगूसराय को जोड़कर बिहार के विकास में एक नई क्रांति लाएगा। जानकारी अनुसार जल्द ही ब्रिज पर आवाजाही शुरु हो जाएगी। सूत्रों की मानें तो एक्स्ट्रा डोजेज स्टे सड़क-पुल पर अप्रैल 2025 से आवाजाही शुरू हो जाएगी। एशिया के सबसे चौड़े केबल ब्रिज का 92 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। अब निर्माण कार्य को अंतिम रुप दिया जा रहा है। जिसके बाद ये ब्रिज आम लोगों को समर्पित हो जाएगा।

ब्रिज का निर्माण कार्य

बता दें कि 2017 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ब्रिज का शिलान्यास किया था। ब्रिज का निर्माण 1161 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। ब्रिज की कुल लंबाई 8.15 किलोमीटर है। ब्रिज की चौड़ाई 34 मीटर है। ब्रिज का निर्माण कार्य अप्रैल 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। ब्रिज का निर्माण कार्य 11 अगस्त 2018 को वेलस्पन इंटर प्राइजेज के तहत एसपी सिंगला कंट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड की ओर से शुरू किया गया था।

ब्रिज की विशेषताएं

ब्रिज के निर्माण के बाद आम लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। ब्रिज की विशेषताओं की बात करें तो इस ब्रिज का निर्माण अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके किया जा रहा है। ब्रिज का पूरा भार केबल पर होगा, जो इसे बेहद मजबूत बनाता है। ब्रिज पर दोनों ओर फुटपाथ और साइकिल ट्रैक भी बनाए गए हैं।

ब्रिज के लाभ

यह ब्रिज उत्तर बिहार(दरभंगा समस्तीपुर, सहरसा, मधुबनी), दक्षिणी बिहार(लखीसराय, शेखपुर, जमुई, नवादा, गया) और पश्चिमी बिहार (पटना, आरा, बक्सर) को जोड़कर क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस ब्रिज के बनने से यातायात में सुधार होगा और यात्रा का समय कम होगा। यह ब्रिज क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान देगा। ब्रिज के निर्माण के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जैसे कि कोरोना महामारी और गंगा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव। दो बार ब्रिज का निर्माण फेल हुआ जिसके बाद अब ब्रिज निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और अप्रैल 2025 तक यह जनता को समर्पित होगा। 


अंतिम चरण में निर्माण कार्य

सिक्स लेन सड़क पुल के दोनों ओर यानी औंटा से हाथीदह और सिमरिया बिंदटोली से राजेन्द्र पुल स्टेशन के पास एनएच-31 तक अन्य प्रोजेक्ट्स भी अंतिम चरण में हैं। इसमें एक रेल ओवर ब्रिज (ROB), 2 रेल अंडर ब्रिज (RUB) और 6 वेकल अंडर ब्रिज (VUB) शामिल है। हाथीदह जंक्शन के पास ROB का निर्माण तेजी से चल रहा है। यहां नेशनल हाइवे-80 के ऊपर से एनएच-31 गुजरेगा।

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