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same-sex marriage: बेगूसराय की दो जवान लड़कियां शादी करने पहुंची कोर्ट, घर से भाग कर दिल्ली में साथ जीने मरने की खाई थीं कसमें

same-sex marriage: बेगूसराय की दो जवान लड़कियों ने रचाई शादी, घर से भाग कर दिल्ली में साथ जीने मरने की खाई कसम same-sex marriage: बेगूसराय में दो युवतियों ने हाल ही में एक साथ शादी करने का निर्णय लिया है, जिसने स्थानीय स्तर पर काफी हलचल मचा दी है।

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दो जवान लड़कियां शादी करने पहुंची कोर्ट- फोटो : Reporter

same-sex marriage: बेगूसराय में दो युवतियों ने हाल ही में एक साथ शादी करने का निर्णय लिया है, जिसने स्थानीय स्तर पर काफी हलचल मचा दी है। खोदाबंदपुर की प्रज्ञा सुमन और चेरियाबरियारपुर की लक्ष्मी कुमारी ने दिल्ली के एक मंदिर में विवाह संस्कार संपन्न करवाया है। यह घटना भारत में समलैंगिक विवाह को लेकर चल रही बहस को एक बार फिर से केंद्र में ला खड़ी हुई है।

प्रज्ञा सुमन, जो खोदाबंदपुर थाना क्षेत्र के मिल्की गोसाईमठ वार्ड नंबर - 11 की निवासी हैं, और लक्ष्मी कुमारी, जो चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के खाजहांपुर गांव की रहने वाली हैं, का दावा है कि उन्होंने दिल्ली के एक मंदिर में विवाह कर लिया है। इस विवाह में प्रज्ञा सुमन दूल्हा बनी हैं, जबकि लक्ष्मी कुमारी दुल्हन बनने का दावा कर रही हैं। यह मामला तब सामने आया जब दोनों ने 10 दिसंबर को घर से भागने के बाद शनिवार को खुद थाना जाकर अपनी शादी की जानकारी दी। इसके बाद चेरियाबरियारपुर थाना की पुलिस ने शनिवार को ही दोनों को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा। जब लोगों को दो लड़कियों के बीच शादी की खबर मिली, तो वे इकट्ठा होकर इस पर चर्चा करने लगे।  प्रज्ञा सुमन ट्यूशन पढ़ाने के लिए लक्ष्मी की बहन के घर जाती थीं, जिसके दौरान उनकी नजदीकियां बढ़ीं।

प्रियंका के बीए पार्ट तृतीय की छात्रा होने की जानकारी सामने आई है। यह बताया जा रहा है कि जब दोनों के परिवारों को इस प्रेम कहानी के बारे में पता चला, तो उन्होंने बातचीत से रोकने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने किसी की बात नहीं मानी और उनका रिश्ता समय के साथ और भी मजबूत होता गया। इस दौरान, दोनों ने घर से भागकर दिल्ली पहुंचने का निर्णय लिया और नई दिल्ली के उत्तम नगर में एक मंदिर में विवाह कर लिया। घर से भागने के बाद, लक्ष्मी के परिवार ने प्रज्ञा सुमन के खिलाफ लक्ष्मी के अपहरण का मामला चेरियाबरियारपुर थाना में दर्ज कराया। जब पुलिस ने दबिश बढ़ाई, तब दोनों शनिवार को चेरियाबरियारपुर थाना पहुंचे, जिससे इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। यह भी उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा सुमन लड़के के भेष में रहती हैं और उनकी आवाज भी लड़कों जैसी है। लगभग नौ महीने पहले शुरू हुई इस प्रेम कहानी का अंत क्या होगा, यह भविष्य ही बताएगा।

लक्ष्मी कुमारी ने इस विषय में जानकारी दी कि वे दोनों एक-दूसरे के प्रति गहरी मोहब्बत रखते हैं और एक-दूसरे के बिना जीना उनके लिए संभव नहीं है। उन्होंने नई दिल्ली के उत्तम नगर स्थित एक मंदिर में विवाह किया है। इस विवाह में लक्ष्मी ने प्रज्ञा सुमन को अपना पति स्वीकार किया है। लक्ष्मी ने बताया कि वह गोसाई मठ में अपने रिश्तेदार के पास गई थीं, जहाँ प्रज्ञा, जिसे प्रियंका भी कहा जाता है, ट्यूशन पढ़ाने आती थी। इसी दौरान उनकी दोस्ती हुई, जो बाद में प्रेम में बदल गई। हालांकि, यह बात उनके परिवार वालों को पसंद नहीं आई। लक्ष्मी की माँ ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद, दोनों ने सहमति से घर से भागने का निर्णय लिया। लक्ष्मी ने यह भी बताया कि उनकी दोस्ती लगभग आठ से नौ महीने पहले शुरू हुई थी। अब उन्होंने यह तय कर लिया है कि वे पति-पत्नी के रूप में एक साथ रहेंगे।

प्रज्ञा सुमन ने बताया कि पढ़ाई के दौरान उनकी और लक्ष्मी की दोस्ती हुई, जो लक्ष्मी के परिवार को पसंद नहीं आई। लेकिन वे दोनों एक-दूसरे से बिना बात किए नहीं रह सकती थीं। इसी बीच, दोनों की तबियत बिगड़ गई। इसके बाद, लक्ष्मी ने प्रज्ञा को फोन किया और कहा कि वह उसके बिना नहीं रह सकती। लक्ष्मी ने यह भी कहा कि अगर प्रज्ञा उसे नहीं ले गई, तो वह आत्महत्या कर लेगी। इसके लिए उसने दो-तीन बार आत्महत्या करने की कोशिश भी की। अंततः, लक्ष्मी प्रज्ञा को ले जाने के लिए तैयार हो गई। प्रज्ञा सुमन ने कहा कि उन्होंने अपनी प्रतिष्ठा को दांव पर लगाकर लक्ष्मी की जान बचाई है। अब उनका निर्णय है कि वे किसी भी स्थिति में एक साथ रहेंगी। यदि मरना होगा, तो वे दोनों एक साथ ही मरेंगी। प्रज्ञा ने यह भी बताया कि उन्हें लड़के पसंद नहीं हैं, इसलिए वे एक-दूसरे के साथ खुशी-खुशी रहना चाहती हैं। वे दोनों अपने जीवन को अपने तरीके से जीने की इच्छा रखती हैं।

भारत में समलैंगिक विवाह अभी भी कानूनी रूप से मान्य नहीं है, जिसके कारण ऐसे जोड़ों को अक्सर सामाजिक दबाव और कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। प्रज्ञा और लक्ष्मी के मामले में भी ऐसा ही हुआ है। दोनों ने अपने परिवारों के विरोध के बावजूद एक साथ रहने का फैसला लिया है। यह मामला समाज में LGBTQ+ अधिकारों को लेकर चल रही बहस को और तेज कर सकता है।

रिपोर्ट- अजय शास्त्री

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