BETTIAH - प. चम्पारण के लौरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित लौरिया साहु जैन खेल के मैदान मे विशाल दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें नेपाल के सूरज थापा ने इलाहाबाद के राजू पहलवान को पटखनी दी जिस पर दर्शकों में काफी उत्साह देखा गया और ताली बजा उन्हें और उत्साहित किया । इस विराट कुश्ती दंगल में नेपाल, दिल्ली, एमपी झारखंड,यूपी,बिहार आदि के पहलवानों ने दर्शकों की वाहवाही लूटी।
साहूजैन स्टेडियम में जय महावीर अखाड़ा दल के नेतृत्व में विशाल कुश्ती दंगल का आयोजन हुआ। जिसमें विदेश के साथ साथ देश के कई राज्यों के पहलवानों ने अपनी पहलवानी का लोहा मनाया, जिसे दर्शकों ने खूब तालियां बजाई और खुशी से रोमांचित हुए। सबसे पहले दंगल कार्यक्रम का प्रखंड प्रमुख शंभू तिवारी बीडीओ संजीव कुमार सीओ नितेश कुमार सेठ मुखय पार्षद प्रतिनिधि संजय कुमार उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि लड्डू सिंह मालिक ठाकुर योगेन्द्र यादव ने संयुक्तरूप से फीता काटकर खेल का उद्घाटन किया। प्र
खंड प्रमुख शम्भू तिवारी ने कहा कि यह पहलवानी एक ग्रामीण खेल है। दशकों से ग्रामीण अखाड़ा बनाकर पहलवानी करते हैं। वर्तमान में इसका अस्तित्व गांवों से लुप्त हो रहा है। इसे खेलरूपी पहलवानी धरोहर को बचाए रखने की जरूरत है। बीडीओ संजीव कुमार और सीओ नितेश कुमार सेठ ने कहा कि इस खेल से शारीरिक और मानसिक स्थिति सही रहता है।
वहीं कुश्ती भारतीय संस्कृति की धरोहर है। इसे जीवंत रखना समाज के सभी लोगों की जवाबदेही है। वही दंगल के आयोजन से लोगों को अपने प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। उन्होंने आयोजनकर्ता मालिक ठाकुर,कैलाश महतो चन्दन सैनी रीतेश कुमार गोड मनोहर ठाकुर शशिशेखर अंगुर आलम आदि को धन्यवाद दिया। इसके बाद कुश्ती में नेपाल देश के सूरज थापा ने इलाहाबाद के राजू पहलवान को पहलवानी में छकाते हुए गर्दनिया पाठ पढ़ाते हुए चारों खाने चित कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
वहीं दिल्ली के राजा पहलवान ने झारखंड के चिता पहलवान को धोबिया पाट देकर पुरी तरह से चित कर दिया तो झारखंड के ही राजू पहलवान ने कानपुर के जनक पहलवान के दोनों हाथों को पकड़कर लंगड़ी देकर पटखनी देकर दर्शकों की वाहवाही लूटी।
इसी तरह से रंजीत पहलवान ने राजू पहलवान को धोया तो संतोष पहलवान ने जुगनू पहलवान को लंगड़ी मारकर सीधे पीठ के बल गिराकर मुकाबला जीत लिया। इसी तरह से रवि पहलवान और अरुण पहलवान में जबरदस्त कुश्ती हुआ ,लेकिन अंत में राघव पहलवान ने महेन्द्र को गर्दनिया पाट देकर अखाड़ा में उसे चित कर धो दिया। कुश्ती को देखकर दर्शक काफी खुश और रोमांचित थे।
प. चम्पारण बेतिया आशिष कुमार