Bihar News: बिहार को जल्द ही दो और एयरपोर्ट मिल सकते हैं। जानकारी अनुसार बिहार के नालंदा और भागलपुर में हवाई अड्डों का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की एक टीम जल्द ही नालंदा और भागलपुर में प्रस्तावित हवाई अड्डों की साइट का दौरा करेगी और पूर्व व्यवहार्यता अध्ययन करेगी। इस संबंध में, वायुयान संगठन निदेशालय ने दोनों जिलों से सात महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी मांगी है।
मांगी गई जानकारी
साइट का सटीक स्थान: डब्ल्यूजीएस-84 प्रणाली में साइट के निर्देशांक और राजस्व मानचित्र में खेसरा संख्या सहित विस्तृत विवरण मांगा है। साइट का आकार और आयाम: साइट का रेखाचित्र और भारतीय सर्वेक्षण विभाग का 1,50,000 पैमाने का मानचित्र मांगा गया है। मौसम संबंधी डेटा: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से पिछले दस वर्षों का मौसम संबंधी डेटा एएआई ने मांगी है। हवा की दिशा: प्रस्तावित स्थल का विंडरोज आरेख और स्थल का समोच्च मानचित्र मांगा गया है।
भागलपुर में प्रस्तावित साइटें
दोनों जिलों में हवाई अड्डा बनाने के लिए दो प्रमुख प्रस्ताव हैं
पहला प्रस्ताव सुल्तानगंज: सुल्तानगंज-देवघर रोड के पश्चिम और निर्माणाधीन फोरलेन के दक्षिण में 855 एकड़ जमीन का प्रस्ताव है। प्रस्ताव में मसदी (71) में 300 एकड़, नोनसर (83) में 225 एकड़, राजगंज (84)में 50 एकड़, कसवा (79) में 79 एकड़, सुजापुर (78) में 40 एकड़ और मंझली (80) में 35 एकड़ मौजे कह कुल 855 एकड़ जमीन बताई गई है।
वहीं दूसरा प्रस्ताव गोराडीह: गोराडीह में गोशाला समेत अन्य भूमि मिलाकर कुल 878.43 एकड़ जमीन का प्रस्ताव है। इस जमीन पर 4500 मीटर लंबा और 500 मीटर चौड़ा रनवे बनाया जा सकता है। भागलपुर स्टेशन से 20 किमी की दूरी है। इसमें 1026 मीटर लंबा और 744 मीटर चौड़ा टर्मिनल तैयार हो सकता है। जमीन 4500 मीटर लंबी और 500 मीटर चौड़ी है
मुख्य सचिव ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे एएआई की टीम के दौरे के लिए सभी आवश्यक तैयारियां करें। नालंदा और भागलपुर में हवाई अड्डों का निर्माण क्षेत्र के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।