Bihar weather: नव वर्ष की शुरुआत के साथ ही बिहार में ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। पछुआ हवाओं के तेजी से बहने के कारण राज्य का तापमान तेजी से गिरा है, और कई जिलों में लोग हाड़ कंपाने वाली सर्दी का सामना कर रहे हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि किस प्रकार भागलपुर, पूर्णिया, सुपौल और अन्य जिलों में ठंड का प्रकोप तेज हो गया है और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
भागलपुर में कड़ाके की ठंड
भागलपुर में इस समय कड़ाके की ठंड का प्रकोप चरम पर है। तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है, और हाल ही में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, इस ठंड का मुख्य कारण हिमालय क्षेत्र में जारी बर्फबारी है, जो बिहार में पछुआ हवाओं के जरिए पहुंच रही है।
जिले में पिछले कुछ दिनों से दिन और रात दोनों में ही ठंडी हवाएं चल रही हैं। गुरुवार का दिन इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा, जहां तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। अधिकतम तापमान भी 17.5 डिग्री पर रुक गया। ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों और आग का सहारा ले रहे हैं।
सावधानियां और सुझाव:
गर्म कपड़े पहनें: बाहरी गतिविधियों के दौरान गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें।
आवश्यकता होने पर ही बाहर जाएं: ठंड के समय बाहर निकलने से बचें, खासकर सुबह और रात में।
अधिक पानी पिएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
पूर्णिया में शीतलहर की संभावना
पूर्णिया जिले में भी ठंड का असर बहुत ज्यादा है। यहाँ गुरुवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 11 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। मौसम विभाग के अनुसार, शीतलहर की स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी। इसके साथ ही, पछुआ हवाओं के चलते ठंड का प्रभाव और बढ़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले सप्ताह तक यहाँ शीतलहर चल सकती है, जो खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए हानिकारक हो सकती है। गुरुवार को तापमान की स्थिति के अनुसार, न्यूनतम तापमान 10 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा।
महत्वपूर्ण सुझाव
घर के अंदर रहें: अत्यधिक ठंड में घर के भीतर रहने की सलाह दी जाती है।
स्वास्थ्य का ध्यान रखें: शीतलहर के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
गर्म पेय पदार्थ लें: शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
सुपौल में हाड़ कंपाने वाली ठंड
सुपौल जिले में बीते कुछ दिनों से ठंड अपने चरम पर है। जिले में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। यहाँ शीतलहर के कारण स्थिति और भी गंभीर हो सकती है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले कुछ दिनों में यहाँ ठंड और भी बढ़ सकती है।शीतलहर से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं और गर्म कपड़े पहनने पर जोर दे रहे हैं। ठंड से संबंधित समस्याओं को देखते हुए डॉक्टरों ने भी विशेष सावधानियाँ बरतने की सलाह दी है।
बचाव के उपाय
घर को गर्म रखें: अलाव और हीटर का प्रयोग करें।
स्वास्थ्य सलाह: ठंड से संबंधित बीमारियों से बचने के लिए समय पर डॉक्टर से सलाह लें।
गर्म भोजन और पेय लें: शरीर की गर्मी बनाए रखने के लिए पौष्टिक और गर्म भोजन का सेवन करें।