Pakistani Spy Arrested: जासूसी के आरोप में यूट्यूबर ज्योति रानी मल्होत्रा गिरफ्तार, पाकिस्तानी सैर ने खोला सनसनीखेज राज, इन 6 जासूसों का हो गया पर्दाफाश

Pakistani Spy Arrested: एक यूट्यूबर, जिसने अपने ट्रैवल व्लॉग्स से लाखों दिल जीते, अब पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में सलाखों के पीछे है।

Pakistani Spy Arrested
जासूसी के आरोप में गिरफ्तार- फोटो : social media

Pakistani Spy Arrested: हरियाणा की एक यूट्यूबर, जिसने अपने ट्रैवल व्लॉग्स से लाखों दिल जीते, अब पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में सलाखों के पीछे है। जी हां, हम बात कर रहे हैं ज्योति मल्होत्रा की, जिनके "ट्रैवल विद जो" चैनल की चमक अब जासूसी के काले बादलों में घिर गई है। हिसार पुलिस ने ज्योति को गिरफ्तार किया है, और उनके साथ हरियाणा और पंजाब में फैले जासूसी नेटवर्क के 6 अन्य लोग भी पकड़े गए हैं। ये मामला इतना सनसनीखेज है कि इसे सुनकर आपका दिमाग चकरा जाएगा!

ज्योति मल्होत्रा, जो खुद को "नोमैडिक लियो गर्ल" और "हरियाणवी-पंजाबी मॉडर्न गर्ल विद ओल्ड आइडियाज" कहती थीं, अपने यूट्यूब चैनल "ट्रैवल विद जो" पर 3.77 लाख सब्सक्राइबर्स के साथ धूम मचाती थीं। उनके इंस्टाग्राम पर भी 1.32 लाख फॉलोअर्स थे। लेकिन उनकी चमक-धमक वाली जिंदगी में तब तूफान आया, जब हिसार पुलिस ने उन्हें 17 मई 2025 को जासूसी के आरोप में धर दबोचा।

ज्योति ने पूछताछ में खुलासा किया कि 2023 में पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लेने वो दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन गई थीं। वहां उनकी मुलाकात अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई, जो हाई कमीशन में कर्मचारी था। बस, यहीं से शुरू हुआ जासूसी का खेल! दानिश ने ज्योति को न सिर्फ वीजा दिलवाया, बल्कि उनके पाकिस्तान दौरे का पूरा इंतजाम भी करवाया। ज्योति ने दो बार (कुछ स्रोतों के मुताबिक चार बार) पाकिस्तान की यात्रा की, जहां दानिश के कहने पर वो अली अहवान से मिलीं। अली ने न सिर्फ उनके ठहरने और घूमने का इंतजाम किया, बल्कि उनकी मुलाकात पाकिस्तानी सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस अधिकारियों, शाकिर और राणा शहबाज से भी करवाई।

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"जट रंधावा" और जासूसी का जाल

ज्योति ने शाकिर का नंबर अपने फोन में "जट रंधावा" के नाम से सेव किया, ताकि कोई शक न करे। ये तो वही बात हुई कि "जासूस बनो, लेकिन स्टाइल में!" भारत लौटने के बाद ज्योति व्हाट्सऐप, टेलीग्राम, और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए दानिश, शाकिर, और अन्य पाकिस्तानी एजेंट्स से लगातार संपर्क में रहीं। पुलिस के मुताबिक, वो भारत की संवेदनशील जानकारी, खासकर सैन्य गतिविधियों से जुड़ी सूचनाएं, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को भेज रही थीं।

ज्योति का दानिश के साथ रिश्ता इतना गहरा था कि वो दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन में उससे कई बार मिलीं। एक वीडियो में ज्योति को दानिश और उसकी पत्नी के साथ इफ्तार डिनर में गर्मजोशी से बात करते देखा गया, जहां वो बार-बार पाकिस्तान जाने की इच्छा जता रही थीं। इतना ही नहीं, ज्योति ने एक पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के साथ निजी रिश्ता भी बनाया और उसके साथ इंडोनेशिया के बाली तक घूमने गईं। ये तो वही बात हुई कि "जासूसी भी करो, और रोमांस भी!"

पाकिस्तान में ज्योति की "सैर-सपाटा"

ज्योति के यूट्यूब व्लॉग्स में उनकी पाकिस्तान यात्रा की झलकियां थीं। वो अटारी-वाघा बॉर्डर पार करते हुए, लाहौर के अनारकली बाजार में घूमते हुए, और कटास राज मंदिर की सैर करते हुए नजर आईं। उनके वीडियोज में पाकिस्तानी खाने, संस्कृति, और "इश्क लाहौर" जैसे कैप्शन्स थे। लेकिन पुलिस का दावा है कि ये व्लॉग्स सिर्फ दिखावा थे। ज्योति को पाकिस्तानी एजेंट्स ने प्रोपेगैंडा के लिए इस्तेमाल किया, ताकि वो पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनाएं और भारतीय दर्शकों को प्रभावित करें।

ज्योति ने अपने व्लॉग्स में न सिर्फ पाकिस्तान की तारीफ की, बल्कि भारत की संवेदनशील जगहों, जैसे कश्मीर और सैन्य क्षेत्रों, की जानकारी भी शेयर की। उनके एक वीडियो में श्रीनगर से बनिहाल तक की ट्रेन यात्रा और कश्मीर के डल झील में शिकारा राइड दिखाई गई। पुलिस का कहना है कि ये सब ISI के इशारे पर था।

6 जासूसों का नेटवर्क और ऑपरेशन सिंदूर

ज्योति अकेली नहीं थीं। हरियाणा और पंजाब में फैले इस जासूसी नेटवर्क में 5 अन्य लोग भी पकड़े गए, जिनमें पंजाब के मलेरकोटला की गुजाला और यामीन मोहम्मद, कैथल के देवेंद्र सिंह ढिल्लों, नूंह के अरमान, और पानीपत के नौमान इलाही शामिल हैं। गुजाला को दानिश ने शादी का झांसा देकर फंसाया और उससे भी जानकारी निकलवाई।

ये गिरफ्तारियां ऐसे समय में हुई हैं, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। अप्रैल 2025 में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, के बाद भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" शुरू किया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए। भारत का दावा है कि हमला लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े कश्मीर रेसिस्टेंस ग्रुप ने किया, जिसे पाकिस्तान का समर्थन प्राप्त है। दानिश को भी इसी ऑपरेशन के बाद 13 मई 2025 को भारत ने "पर्सोना नॉन ग्राटा" घोषित कर देश से निकाल दिया।

कानूनी कार्रवाई और ज्योति का भविष्य

ज्योति के खिलाफ हिसार के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में सब-इंस्पेक्टर संजय की शिकायत पर FIR दर्ज की गई। उन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 की धारा 3, 4, और 5 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। ज्योति ने लिखित में अपना गुनाह कबूल किया है, और मामला हिसार के इकोनॉमिक ऑफेंस विंग को सौंप दिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने उन्हें 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा। उनके मोबाइल और लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, और उनकी फाइनेंशियल डीलिंग्स की भी जांच हो रही है।