IPS On Central Deputation: केंद्र सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के 16 अधिकारियों को उच्च पदों के लिए इंपैनल किया है। इस सूची में बिहार के दो , उत्तर प्रदेश कैडर के दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का नाम शामिल हैं।
सुजीत पांडेय
सुजीत पांडेय एक 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो बिहार के पटना से हैं। उनका जन्म 1 अगस्त 1968 को हुआ था। आईपीएस सुजीत पांडेय के पिता का नाम नरेंद्र कुमार पांडेय है। सुजीत पांडेय ने प्रयागराज जोन में एडीजी के रूप में कार्य किया है और लखनऊ कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पहले कमिश्नर बने थे। उन्हें तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी माना जाता है और उनके प्रशासनिक कौशल की सराहना की जाती है।
अशोक मुथा जैन
अशोक मुथा जैन भी एक चर्चित आईपीएस अधिकारी हैं, जो 1995 बैच से संबंधित हैं। वे वाराणसी में अपने कार्यों के लिए जाने जाते हैं और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में डिप्टी डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच की, जिनमें अभिनेता शाहरुख खान के बेटे और अभिनेता सुशांत राजपूत-रिया चक्रवर्ती ड्रग प्रकरण शामिल हैं। अशोक मुथा जैन आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिले से आते हैं।
इन दोनों अधिकारियों का चयन उनकी वरिष्ठता और प्रशासनिक दक्षता के आधार पर किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार इनकी क्षमताओं पर भरोसा करती है।
इस सूची में बिहार, तमिलनाडु, गुजरात, झारखंड, ओडिशा, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान और त्रिपुरा कैडर के अधिकारी शामिल हैं।
बिहार कैडर: जितेंद्र कुमार (1993 बैच), आर. मलारविजी (1995 बैच)
उत्तर प्रदेश कैडर: जकी अहमद (1993 बैच), सुजीत पांडेय (1994 बैच), अशोक मुथा जैन (1995 बैच)
तमिलनाडु कैडर: संदीप राय राठौर (1992 बैच), बी. बाला नागा देवी एवं एस. डेविडसन डी. (1995 बैच)
गुजरात कैडर: नीरजा गोत्रु राव (1993 बैच)
झारखंड कैडर: मनविंदर सिंह भाटिया (1993 बैच)
ओडिशा कैडर: आरपी राव कोच (1993 बैच)
हरियाणा कैडर: कला रामाचंद्रन (1994 बैच)
महाराष्ट्र कैडर: वीके चौबे (1995 बैच)
राजस्थान कैडर: एमएन दिनेश (1995 बैच)
त्रिपुरा कैडर: राजीव सिंह (1993 बैच)
केंद्र शासित प्रदेश कैडर: गरिमा भटनागर (1994 बैच)
यह इंपैनलमेंट केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के लिए अवसर प्रदान करेगा और इन अधिकारियों की नियुक्ति जल्द ही की जा सकती है। इन अधिकारियों को उनकी वरिष्ठता और प्रशासनिक दक्षता के आधार पर चुना गया है। यह उनके करियर में एक महत्वपूर्ण कदम है और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सेवाएं देने का मौका मिलेगा।