Hyderabad Fire: हैदराबाद के चारमीनार के पास इमारत में भीषण आग, मारने वालों आंकड़ा बढ़कर हुआ 17, पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान
Hyderabad Fire: हैदराबाद के चारमीनार के पास स्थित गुलजार हाउस में रविवार सुबह लगी आग से 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने घटना पर शोक जताया और राहत-बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए।

Hyderabad Fire: हैदराबाद के दिल चारमीनार के पास रविवार (18 मई) की सुबह स्थित गुलजार हाउस में एक बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। इस हृदयविदारक हादसे में 17 लोगों की जान चली गई जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस पीएम पीएम मोदी ने मुआवजने का ऐलान किया है। घायलों के लिए 50 हजार और मृत व्यक्ति के लिए 2 लाख देने की घोषणा की गई है।
कब और कैसे लगी आग?
अग्निशमन विभाग के अनुसार, सुबह करीब साढ़े 6 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर तत्काल दमकल की कई गाड़ियां पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू किया गया। हालांकि, जब तक दमकल कर्मी पहुंचे, तब तक आग इमारत के अंदर तेजी से फैल चुकी थी और कई लोग धुएं और लपटों में फंस चुके थे।
अधिकारियों का कहना है कि कई लोग बेहोश अवस्था में पाए गए और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। एक प्राइवेट अस्पताल के सीनियर अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आठ लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया।
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने जताया दुख
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि बचाव कार्यों में कोई कसर न छोड़ी जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि घायलों को तत्काल और बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए।
वहीं, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया और मीडिया से बातचीत में बताया कि मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि घटना की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।
कितने लोग घायल हुए?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के एक स्थानीय विधायक ने मीडिया को बताया कि करीब 20 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
आग लगने के पीछे की वजह?
अभी तक आग लगने के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। फोरेंसिक टीम और फायर सेफ्टी विभाग घटना की जांच में जुटे हुए हैं। जल्द ही रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि इस भयावह हादसे के पीछे क्या कारण था।
भीड़भाड़ और पुरानी इमारतें चिंता का विषय
चारमीनार क्षेत्र में स्थित गुलजार हाउस जैसे पुराने और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में फायर सेफ्टी के नियमों का पालन नहीं होना एक बड़ा खतरा बना हुआ है। इस घटना ने एक बार फिर इस ओर प्रशासन और जनता दोनों का ध्यान खींचा है।