50 year of Emergency - - संविधान की प्रति लेकर घूमना फैशन बना!, आपातकाल को ललन सिंह ने बताया न भूलनेवाला काला अध्याय

50 year of Emergency - देश में आपातकाल के आज 50 साल पूरे हो गए। एनडीए ने इस दिन को भारत का काला अध्याय बताया है। केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि यह ऐसी याद है, जिसे कांग्रेस ने देश पर थोप दिया था।

50 year of Emergency - - संविधान की प्रति लेकर घूमना फैशन बन

New Delhi  - देश में आज आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को एनडीए 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में मना रही है। भाजपा सहित एनडीए की सभी पार्टियों ने देश में आपातकाल के लिए कांग्रेस और इंदिरा गांधी की सरकार को जिम्मेदार बताया है। केंद्रीय मंत्री व मुंगेर सांसद ललन सिंह ने कहा कि 25 जून 1975 को देश में आपातकाल थोपा गया। उन्होंने इसे देश के लिए काला अध्याय बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि आज संविधान को रौंदनेवाले ही संविधान बचाने का ढोंग कर रहे हैं। ललन सिंह ने कहा कि संविधान की प्रति लेकर घूमना आज फैशन बन गया है।

ललन सिंह ने एक्स हैंडल पर लिखा - 

यह देश में आजादी के बाद लोकतंत्र के लिए काला अध्याय था। जिसमें देशवासियो का मौलिक अधिकार समाप्त कर दिया गया, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और न्यायपालिका को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया गया, देश में न्यायिक व्यवस्था समाप्त कर दी गई और पूरा प्रशासन कांग्रेस व कांग्रेस समर्थित अफसरों के हाथों में चला गया।

आजकल संविधान की प्रति लेकर घूमना एक फैशन बन गया है, लेकिन संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले आज उस दौर के बारे में बात तक नहीं करना चाहते हैं। भारतीय इतिहास में लोकतंत्र के इस काले अध्याय को जन्म देने वालों के कारनामों को देश भूला नहीं है।  इस काले अध्याय की शुरुआत उस दिन हुई, जिस दिन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के चुनाव को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अवैध घोषित किया था। आज भी आपातकाल के उस समय को याद करने पर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

विरोधी दल के सारे नेताओं के साथ-साथ लाखों की संख्या में लोगों को जेल में डाल दिया गया। कांग्रेस पार्टी के अंदर भी जो युवा तुर्क नेता इस आपातकाल के विरोध में थे, उन्हें भी जेल में बंद कर दिया गया। आपातकाल के 50 वर्षों के बाद भी लोकतंत्र के ढांचे को ध्वस्त करने वालों को संविधान बचाने का ढोंग रचने का कोई अधिकार नहीं है।

पीएम मोदी ने बयां किया दर्द

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस समय को याद करते हुए सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा कि आज भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लागू होने के 50 साल पूरे हो गए हैं. भारतीय इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाते हैं

नड्डा ने कांग्रेस  पर लगाया आरोप

पीएम मोदी के साथ-साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कांग्रेस सरकार को तंज कसा. कहा कि, 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ‘आंतरिक अशांति’ का बहाना बनाते हुए भारत पर आपातकाल थोप दिया. इसे लागू करते ही इंदिरा ने देश के संविधान की हत्या कर दी थी. 50 साल बाद भी कांग्रेस उसी मानसिकता के साथ चल रही है. उसकी नीयत आज भी वैसी ही तानाशाही वाली है, जैसा कि पहले थी. इसका नतीजा आज देशभर देख रहा है