operation sindoor:मैं जला हुआ राख नहीं, दिनेश हूं, जो मिट गया वतन पर मैं वो शहीद हूं.... पाकिस्तानी गोलाबारी में लांस नायक शहीद, ऑपरेशन सिंदूर से दहले पाकिस्तान की गोलीबारी का दे रहे थे जवाब
operation sindoor: पाकिस्तानी गोलीबारी में लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा वीरगति को प्राप्त हो गए। दिनेश 5 फील्ड रेजिमेंट में तैनात थे और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग बारामूला में थी।

operation sindoor: पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। भारत ने इस कायरतापूर्ण हमले का जवाब देने में कोई देरी नहीं की और "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर 24 सटीक मिसाइल हमले किए। इन हमलों ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया, जिसमें कई आतंकी मारे गए। भारत की इस कार्रवाई की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी, और वैश्विक नेताओं ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की।इसके बाद पाक ने एलओसी पर गोलीबारी शुरु कर दी। पाकिस्तानी गोलीबारी में हरियाणा के पलवल जिले के मोहम्मदपुर गांव के 32 वर्षीय लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा वीरगति को प्राप्त हो गए। दिनेश 5 फील्ड रेजिमेंट में तैनात थे और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग बारामूला में थी। 7 मई की सुबह पुंछ में पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई गोलीबारी का जवाब देते समय एक गोला उनके पास आकर फटा, जिसके विस्फोट में दिनेश और उनके पांच साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। दिनेश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।वतन के जां-निसार हैं वतन के काम आएंगे..हम इस ज़मीं को एक रोज़ आसमां बनाएंगे।
पलवल के डीसी हरीश कुमार वशिष्ठ ने उनकी शहादत की पुष्टि की है। सेना ने सुबह ही उनके परिवार को इस दुखद घटना की सूचना दे दी थी। दिनेश का पार्थिव शरीर 9 मई को उनके पैतृक गांव मोहम्मदपुर लाया जाएगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पाकिस्तान की बौखलाहट और मासूमों पर हमला
लेकिन इन अपीलों का पाकिस्तान पर कोई असर नहीं हुआ। ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलाबारी कर रहा है। उसने न केवल सैन्य चौकियों, बल्कि रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। जम्मू के पुंछ जिले में 7 मई को हुई गोलीबारी में 12 से अधिक नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर बच्चे थे। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा।
दिनेश का परिवार और उनकी विरासत
दिनेश 2014 में सेना में भर्ती हुए थे और अपने परिवार में पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके दो छोटे भाई, कपिल और हरदत्त, भी अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती हैं। उनकी पत्नी सीमा एक वकील हैं और वर्तमान में गर्भवती हैं। उनके दो बच्चे हैं, जो अब अपने पिता की शहादत की गाथा को संजोएंगे। दिनेश का परिवार पलवल में रहता है, और उनकी शहादत ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है।
पाकिस्तान की नापाक साजिश और भारत की जवाबी कार्रवाई
पाकिस्तान की बौखलाहट का कारण भारत की सटीक और गैर-आक्रामक रणनीति है। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जानबूझकर पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया, बल्कि केवल आतंकी शिविरों को ध्वस्त किया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार रेजिस्टेंस फ्रंट का लश्कर-ए-तैयबा से सीधा संबंध है, जो पाकिस्तान की संलिप्तता को उजागर करता है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर इस हमले का जवाब देने का भारी दबाव है। उन्होंने पहले ही भारत को धमकी दी थी कि वे चुप नहीं बैठेंगे। लेकिन भारत की सैन्य तैयारी और आधुनिक हथियारों, जैसे S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम और ड्रोन, ने पाकिस्तान को कई बार सोचने पर मजबूर कर दिया है।
वैश्विक प्रतिक्रिया और तनाव की स्थिति
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारत-पाकिस्तान तनाव पर बंद कमरे में बैठक की, जिसमें दोनों पक्षों से संयम बरतने को कहा गया। अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई और रूस को भारत ने अपनी कार्रवाई की जानकारी दी, जिसमें स्पष्ट किया कि यह केवल आतंकवाद के खिलाफ एक लक्षित ऑपरेशन था। लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे "युद्ध की कार्रवाई" करार देते हुए जवाबी हमले की धमकी दी है।
पहलगाम हमला
पहलगाम हमले में पांच आतंकियों ने बाइसारन घाटी में M4 कार्बाइन और AK-47 से लैस होकर पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। हमलावरों ने हिंदुओं को निशाना बनाया, जिसमें नवविवाहित नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और कानपुर के शुभम द्विवेदी जैसे लोग शहीद हुए। इस हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी संगठन है।
ऑपरेशन सिंदूर और लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा की शहादत भारत की उस अटल प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर आधारित है। पाकिस्तान की बौखलाहट और मासूमों पर हमले उसकी हताशा को उजागर करते हैं। भारतीय सेना का हर जवान, जैसे दिनेश, देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने को तैयार है।