चिटिंयों के डर से महिला ने की खुदकुशी, कमरे में फंदे से लटकी मिली लाश, सुसाइड नोट में लिखा – मैं इसके साथ नहीं रह सकती

विवाहिता ने चिंटिंयो के डर से अपने ही घर के कमरे में फांसी लगा ली। सुसाइड करने से पहले उसने पति और बेटी के लिए एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने ऐसा करने को लेकर पूरी बात बताई है।

चिटिंयों के डर से महिला ने की खुदकुशी, कमरे में फंदे से लटकी

N4N Desk - क्या चिटिंयों के कारण कोई सुसाइड कर सकता  है। जबाव शायद न ही में होगा। लेकिन ऐसी एक घटना हुई है। एक विवाहिता ने चिंटिंयो के डर से अपने ही घर के कमरे में फांसी लगा ली। सुसाइड करने से पहले उसने पति और बेटी के लिए एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने ऐसा करने को लेकर पूरी बात बताई है। सुसाइड नोट में लिखी बातों ने पुलिस को भी हैरान कर दिया है। मृतका का नाम मनीषा(25 साल) बताया गया है। 

यह पूरा मामला तेलंगाना के संगारेड्डी जिले से जुड़ा है। जहां बीते मंगलवार को यह घटना हुई थी। बताया गया कि मनीषा को एक खतरनाक मनोवैज्ञानिक बीमारी, माइर्मेकोफोबिया, से जूझना पड़ रहा था, जिसे आम भाषा में 'चींटियों का भय' कहा जाता है. यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को चींटियों के ख्याल से भी अत्यधिक डर लगता है. 

2022 में मनीषा की शादी

महिला की शादी 2022 में हुई थी। लेकिन मनीषा के जीवन में चींटियों का डर इतनी गहराई से समा चुका था कि वह सामान्य जीवन जीने में सक्षम नहीं हो पा रही थी. उसका यह डर इतनी अधिक मानसिक तकलीफ का कारण बन चुका था कि वह खुद को इस स्थिति से बाहर नहीं देख रही थी। मनीषा का डर उसकी निजी जिंदगी पर इस हद तक हावी हो गया था कि उसने परिवार और अपने बच्चों के साथ बिताए गए प्यारे पलों को भी खो दिया। उसका यह मानसिक संघर्ष न केवल उसे, बल्कि उसके परिवार को भी दिक्कतों से गुजरने पर मजबूर कर रहा था।

चार नवंबर को उठाया बड़ा कदम

घटना वाले दिन महिला ने अपनी तीन साल की बेटी को रिश्तेदार के घर छोड़ रखा था, जिसे वह घर की सफाई के बाद वापस लेने जाने वाली थी। पुलिस ने आगे बताया कि घटना के समय उसका पति भी मौजूद नहीं था, वह सुबह काम पर गया था। शाम को महिला का पति जब घर लौटा तो उसको घर का दरवाजा बंद मिला।

4 नवंबर, 2025 को मनीषा के पति श्रीकांत ने जब घर लौटकर देखा, तो उनका सामना एक भयावह सन्नाटे से हुआ. बेडरूम का दरवाजा बंद था और काफी समय तक अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. श्रीकांत ने सोचा कि शायद मनीषा सो रही होगी, लेकिन जब वह दरवाजा खोलने की कोशिश की और कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ दिया. अंदर का दृश्य देखकर उनकी आत्मा कांप उठी. मनीषा पंखे से लटकी हुई थी, और उसकी आत्महत्या ने सभी को हिलाकर रख दिया।

इन चिंटियों के साथ नहीं जी सकती

तेलंगाना पुलिस को कमरे में मनीषा का एक सुसाइड नोट मिला, जो उसके दर्द की कहानी बयां कर रहा था. उसने अपने पति को संबोधित करते हुए लिखा, ‘श्री.. आई एम सॉरी, मैं इन चींटियों के साथ नहीं जी सकती हूं।’ अपनी बेटी अन्वी के लिए मां का आखिरी संदेश था- ‘बेटी अन्वी का ध्यान रखना।’ मनीषा के सुसाइड नोट ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।