Opereation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर इजरायल का भारत को समर्थन, जयशंकर का दुनिया को कड़ा संदेश, पाकिस्तान में तनाव

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर इजरायल ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का पुरजोर समर्थन किया है। इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने बयान जारी कर कहा, "इजरायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है।

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इजरायल का भारत को समर्थन- फोटो : meta

Opereation Sindoor:22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें  पर्यटकों मौत हुई थी, के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात और बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर  में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक और संयमित हमले किए।इसके बाद भारत ने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है और कथित तौर पर 70 आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया है। अब विश्व स्तर पर भारत को समर्थन मिलने लगा है।

ट्रंप का बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। 7 मई 2025 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, "यह शर्मनाक है। हमने इसके बारे में ओवल ऑफिस के दरवाजे से प्रवेश करते समय सुना। मुझे लगता है कि अतीत के आधार पर लोगों को पता था कि कुछ होने वाला है। दोनों देश लंबे समय से, कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मैं जानता था कि बदला लिया जाएगा, लेकिन दुनिया को जंग नहीं, शांति चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि यह बहुत जल्द खत्म हो।"  

इजरायल का भारत को पूर्ण समर्थन

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर इजरायल ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का पुरजोर समर्थन किया है। इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने बयान जारी कर कहा, "इजरायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकवादियों को यह समझना होगा कि निर्दोषों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने के लिए उनके पास छिपने की कोई जगह नहीं है।" इजरायल, जो स्वयं आतंकवाद के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ रहा है, ने भारत की इस कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का हिस्सा बताया।

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भारतीय वायुसेना और मिसाइल यूनिट्स ने बहावलपुर, मुरीदके, कोटली, मुजफ्फराबाद, सियालकोट और अन्य क्षेत्रों में जैश-ए-मोहम्मद , लश्कर-ए-तैयबा  और हिजबुल मुजाहिदीन  के ठिकानों को निशाना बनाया। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि हमले केवल आतंकी बुनियादी ढांचे पर केंद्रित थे और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।

निशाने पर आतंकी अड्डे

खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय वायुसेना ने निम्नलिखित 9 आतंकी शिविरों को नष्ट किया:  

मरकज़ सुभान अल्लाह, बहावलपुर - जैश-ए-मोहम्मद  

मरकज़ तैयबा, मुरीदके - लश्कर-ए-तैयबा  

सरजल, तेहरा कलां - जैश-ए-मोहम्मद  

महमूना जोया, सियालकोट - हिजबुल मुजाहिदीन  

मरकज़ अहले हदीस, बरनाला - लश्कर-ए-तैयबा  

मरकज़ अब्बास, कोटली - जैश-ए-मोहम्मद  

मस्कर राहिल शाहिद, कोटली - हिजबुल मुजाहिदीन  

शावई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद - लश्कर-ए-तैयबा  

सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद - जैश-ए-मोहम्मद

इनमें से चार ठिकाने पाकिस्तान के भीतरी क्षेत्रों में थे, जबकि पांच PoK में स्थित थे। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में कम से कम 17 आतंकवादी मारे गए और 60 अन्य घायल हुए। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का बहावलपुर स्थित मदरसा भी पूरी तरह तबाह कर दिया गया।

जयशंकर का दुनिया को संदेश

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर की तस्वीरें एक्स पर पोस्ट करते हुए दुनिया को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने लिखा, "दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी होगी। भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।" जयशंकर के इस बयान को वैश्विक मंच पर भारत के दृढ़ रुख के रूप में देखा जा रहा है।

कूटनीतिक सक्रियता

ऑपरेशन के बाद भारत ने वैश्विक समुदाय को विश्वास में लेने के लिए तेजी से कूटनीतिक कदम उठाए। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो से बातचीत की और ऑपरेशन की जानकारी साझा की। भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई और रूस जैसे देशों के साथ इस कार्रवाई पर चर्चा की। भारतीय दूतावास ने वाशिंगटन में बयान जारी कर कहा कि यह कार्रवाई केवल आतंकी ठिकानों तक सीमित थी और इसका उद्देश्य क्षेत्रीय शांति को मजबूत करना है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और तनाव

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान ने आपातकाल की घोषणा कर दी और इस्लामाबाद, पंजाब और PoK में स्कूल बंद कर दिए। पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलीबारी तेज कर दी, जिसमें 3 भारतीयों की मौत हो गई। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे "युद्ध की कार्रवाई" करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ था और पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए।

उत्तरी भारत में सुरक्षा और हवाई सेवाएं ठप

ऑपरेशन के बाद उत्तरी भारत में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर कड़ा किया गया है। जम्मू, श्रीनगर, लेह, चंडीगढ़, अमृतसर, बीकानेर, जोधपुर, राजकोट, धर्मशाला, भुज और जामनगर के 11 एयरपोर्ट्स पर उड़ानें 7 मई 2025 को दोपहर 12 बजे तक निलंबित रहीं। कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से बचने के लिए अपने मार्ग बदल दिए। 

बिहार में ब्लैकआउट रिहर्सल

बढ़ते तनाव के बीच बिहार के पटना, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया और बेगूसराय में 8 मई 2025 को शाम 7:00 से 7:10 बजे तक 10 मिनट का ब्लैकआउट रिहर्सल होगा। इस दौरान सायरन बजाए जाएंगे और लोग बिजली बंद रखेंगे। प्रशासन ने इसे युद्धकालीन स्थिति की तैयारी का हिस्सा बताया और लोगों से पैनिक न करने की अपील की।

इजरायल जैसे मित्र देशों का समर्थन और जयशंकर का कड़ा संदेश भारत के दृढ़ रुख को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस स्थिति पर ध्यान देना होगा ताकि क्षेत्रीय शांति बनी रहे।