OperationSindoor: पीएम मोदी के वादे का जवाब, 100 से अधिक आतंकी ढेर, पाकिस्तान में जैश-लश्कर के ठिकाने तबाह
OperationSindoor: ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। मुरीदके में 30, बहावलपुर में जैश के कई टॉप कमांडर, और मुजफ्फराबाद व कोटली में दर्जनों आतंकी ढेर हुए।

OperationSindoor: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे, ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हमले में आतंकियों ने चुन-चुनकर हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे कई परिवारों की खुशियां छिन गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से वादा किया था कि आतंकियों की बची-खुची जमीन को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों को इस कार्रवाई के लिए खुली छूट दी थी।7 मई 2025 को रात करीब 1:45 बजे, भारतीय वायुसेना, सेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक और भीषण हमले किए। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिसमें मुरीदके में 30 आतंकियों का सफाया हुआ।
100 से अधिक आतंकियों का खात्मा
सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। मुरीदके में 30, बहावलपुर में जैश के कई टॉप कमांडर, और मुजफ्फराबाद व कोटली में दर्जनों आतंकी ढेर हुए। जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिजबुल मुजाहिदीन के 2 ठिकाने नष्ट किए गए। यह ऑपरेशन 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक से भी बड़ा माना जा रहा है, क्योंकि इसमें पाकिस्तान के भीतरी क्षेत्रों में गहराई तक हमले किए गए।
निशाने पर आतंकी ठिकाने और ऑपरेशन की खासियत
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों ने बहावलपुर, मुरीदके, कोटली, मुजफ्फराबाद, सियालकोट, गुलपुर, बाघ, भिंबर और चक अमरु में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। प्रमुख लक्ष्यों में शामिल थे: मुरीदके: लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्यालय, जहां 26/11 मुंबई हमले के आतंकी अजमल कसाब ने प्रशिक्षण लिया था। इस हमले में लश्कर की शीर्ष नेतृत्व, जिसमें हाफिज सईद के बेटे ताल्हा सईद के टॉप कमांडर शामिल थे, मारे गए।
बहावलपुर: जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का 200 एकड़ में फैला मुख्यालय, जिसमें मस्जिद, मदरसा, अस्पताल और ट्रेनिंग कैंप थे, पूरी तरह ध्वस्त।
मुजफ्फराबाद और कोटली: पहलगाम हमले की साजिश रचने वाले हिजबुल मुजाहिदीन और अन्य आतंकी समूहों के शिविर नष्ट।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन हमलों में सटीक हथियारों, जैसे लोइटरिंग म्यूनिशन्स और स्टैंडऑफ मिसाइलों, का इस्तेमाल किया गया। हमले भारतीय हवाई क्षेत्र से किए गए, और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया। रक्षा मंत्रालय ने इसे "नपी-तुली, जिम्मेदाराना और गैर-उत्तेजक" कार्रवाई करार दिया।
पीएम मोदी की वार रूम से निगरानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की पूरी मॉनिटरिंग वार रूम से की। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने देर रात 1:44 बजे से ऑपरेशन की शुरुआत से लेकर अंत तक हर पल की जानकारी ली। पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि इस ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' रखा जाए, जो उन महिलाओं को श्रद्धांजलि है जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने पतियों को खोया। यह नाम उन पत्नियों के सूने मांग के सिंदूर का प्रतीक है, जिनके दुख का बदला इस ऑपरेशन से लिया गया।
पाकिस्तान ने हमले को स्वीकारा
पाकिस्तान ने भारत की इस कार्रवाई को तुरंत स्वीकार किया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि भारत ने बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में हमले किए, जिन्हें वे "कायराना" करार दे रहे हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दावा किया कि 5 ठिकानों पर हमले हुए, और इसे "युद्ध की कार्रवाई" बताते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन केवल आतंकी ठिकानों पर केंद्रित था।
देशवासियों की प्रतिक्रिया
शिवमोगा, कर्नाटक: पहलगाम हमले में मारे गए मंजूनाथ राव की मां ने कहा, "हमें उम्मीद थी कि पीएम मोदी अच्छी कार्रवाई करेंगे। 'ऑपरेशन सिंदूर' इस कार्रवाई के लिए एकदम सही नाम है।"
मुंबई: एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, "हमारा खून खौल रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ और भी बड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हम पीएम मोदी और देश के साथ हैं।"
शुभम द्विवेदी की पत्नी: कानपुर के शुभम द्विवेदी, जो पहलगाम हमले में मारे गए थे, की पत्नी ने कहा, "मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देती हूं। मेरे परिवार को उन पर भरोसा था, और उन्होंने जिस तरह पाकिस्तान को जवाब दिया, उसने हमारे भरोसे को जिंदा रखा। मेरे पति को यह सच्ची श्रद्धांजलि है।"
कूटनीतिक और वैश्विक प्रतिक्रिया
इजरायल: राजदूत रूवेन अजार ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया।
अमेरिका: एनएसए अजित डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो को हमलों की जानकारी दी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे "शर्मनाक" बताते हुए शांति की अपील की।
संयुक्त राष्ट्र: महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से सैन्य संयम बरतने का आह्वान किया।
वर्तमान स्थिति और तनाव
पाकिस्तान ने हमलों के बाद आपातकाल घोषित कर दिया और पंजाब, PoK में स्कूल बंद कर दिए। LoC पर गोलीबारी में 3 भारतीयों की मौत हुई। बिहार के 6 जिलों में 8 मई को ब्लैकआउट रिहर्सल की घोषणा की गई है। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य ताकत, रणनीतिक क्षमता और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह कार्रवाई उन परिवारों के लिए न्याय का प्रतीक बनी, जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खोया। यह ऑपरेशन न केवल आतंकियों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत के दृढ़ संकल्प का संदेश भी है।