Railway Ministry: रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि 1 मार्च 2025 से रेल यात्रा के नियमों में कोई बदलाव नहीं होगा। मौजूदा नियम पहले की तरह ही जारी रहेंगे। सोशल मीडिया पर फैल रही खबरें कि नए नियम लागू हो रहे हैं, भ्रामक हैं।
क्या है मौजूदा नियम?
रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने एबीपी न्यूज से हुई बातचीत में बताया कि मौजूदा नियमों में काउंटर टिकट वाले यात्री जनरल कोच में यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, ऑनलाइन वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को जनरल कोच में भी यात्रा करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा, ट्रेन छूटने से आधे घंटे पहले तक काउंटर वेटिंग टिकट पर रिफंड लिया जा सकता है।
रिजर्वेशन नियम
रेल यात्री अपनी यात्रा से 60 दिन पहले रिजर्वेशन करा सकते हैं। यह नियम पिछले साल लागू किया गया था, जिससे यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने में सहूलियत हुई। पहले रिजर्वेशन 120 दिन पहले होता था, लेकिन कई यात्री यात्रा कैंसिल कर देते थे, जिससे व्यवस्था में बदलाव किया गया।
विशेष परिस्थितियों में छूट
रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ मामलों में लचीला रुख अपनाता है। स्लीपर और एसी कोच में वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में टीटी अनुमति दे सकता है। उदाहरण के लिए, अगर एक PNR पर एक से अधिक टिकट बुक हैं और उनमें से कोई एक कन्फर्म हो जाता है, तो बाकी वेटिंग टिकट पर भी यात्रा करने की अनुमति दी जा सकती है।
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे की पहल
रेलवे मौजूदा नियमों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं कर रहा है, लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए लचीलापन बरतने की कोशिश करता है। किसी भी समस्या की स्थिति में, रेलवे के अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है।
रेल यात्रा के मौजूदा नियम
रेल यात्रा के मौजूदा नियमों में 1 मार्च 2025 से कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। रेलवे ने यात्रियों को भ्रामक सूचनाओं से बचने की सलाह दी है और यात्रियों की सुविधा के लिए हर संभव सहायता की बात कही है।