पाकिस्तान की नई साजिश क्या है डांस ऑफ द हिलेरी? क्लिक करते ही फस जायेंगे इस साइबर जाल में सरकार ने जारी की चेतावनी

Dance Of The Hillary: 'डांस ऑफ द हिलेरी' वायरस एक खतरनाक मैलवेयर है.ये वायरस दिखने में आम वीडियो या डॉक्युमेंट की तरह लगता है.यह यूज़र की डिवाइस में चुपचाप घुसकर उसका कंट्रोल हैकर्स को दे देता है.

Dance Of The Hillary
पाकिस्तान की नई साजिश क्या है डांस ऑफ द हिलेरी? - फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क: जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में बैसारन वैली में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया. इसके जवाब में, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पाकिस्तान बौखला गया है और भारत पर अटैक कर रहा है. लेकिन हमारी सेना उसे मुंह तोड़ जवाब दे रही है. जारी तनाव के बीच एक नई साइबर चिंता सामने आई है. पाकिस्तानी हैकर्स Dance Of The Hillary के जरिए भारतीयों पर साइबर अटैक कर रहे हैं. आपको बता दें कि ‘डांस ऑफ द हिलेरी’ नाम का एक वायरस फर्जी वीडियो फाइल्स और संदिग्ध डॉक्यूमेंट्स के जरिए फैल रहा है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि एक खतरनाक मैलवेयर वायरस, जिसे 'डांस ऑफ द हिलेरी' के नाम से जाना जा रहा है, देशभर में तेजी से फैल रहा है. यह वायरस WhatsApp, Facebook, Email, Telegram और एक्स हैंडल जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए लोगों के मोबाइल और कंप्यूटर सिस्टम तक पहुंच रहा है.भारतीय सरकार ने अलर्ट जारी कर लोगों से सावधान रहने और अनजान लिंक्स या फाइल्स न खोलने की अपील की है. 

कैसे फैल रहा है यह वायरस?

इस मैलवेयर को एक सामान्य वीडियो या डॉक्यूमेंट की तरह भेजा जा रहा है. उदाहरण के लिए, WhatsApp पर 'हिलेरी का डांस देखो' जैसे मैसेज के साथ वीडियो लिंक आ सकते हैं. इन्हें क्लिक करते ही यूज़र की डिवाइस में 'taskche.exe' नाम की एक फाइल इंस्टॉल हो जाती है, जो वायरस को एक्टिव कर देती है.
 
 यह वायरस कई जरियों से फैल रहा है

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WhatsApp पर वायरल वीडियो अटैचमेंट्स के जरिए -नकली सरकारी नोटिस या नौकरी के ऑफर ईमेल में लिंक जोड़कर -फेसबुक पोस्ट में भ्रामक URL देकर -टेलीग्राम और X पर भेजे गए संदिग्ध फाइलों के माध्यम से
 
 क्या करता है 'डांस ऑफ द हिलेरी' 

'डांस ऑफ द हिलेरी' वायरस एक खतरनाक मैलवेयर है जिसे इस तरह से बनाया गया है कि यह यूज़र की डिवाइस में चुपचाप घुसकर उसका कंट्रोल हैकर्स को दे देता है. ये वायरस दिखने में आम वीडियो या डॉक्युमेंट की तरह लगता है, लेकिन इसे खोलते ही ये आपके मोबाइल या कंप्यूटर में एक्टिव हो जाता है. आपकी डिजिटल दुनिया हैकर के हाथों में चली जाती है, जिससे आपकी पहचान, बैंक अकाउंट और निजी जानकारियां खतरे में पड़ जाती हैं.

 

यह वायरस क्या करता है:

-व्यक्तिगत डाटा चोरी करता है  

-बैंकिंग जानकारी चुराता है 

-आपका इंटरनेट बैंकिंग यूज़रनेम, पासवर्ड, OTP जैसी जानकारी चुरा सकता है. 

-आपकी फोटो, डॉक्यूमेंट, कॉन्टैक्ट्स, चैट्स और मेल्स तक पहुंच बना सकता है. 

-डिवाइस को स्लो या हैंग कर देता है 

-बैकग्राउंड में वायरस चलते रहने से मोबाइल या कंप्यूटर धीमा हो जाता है, कभी-कभी क्रैश भी हो सकता है. 

-डिवाइस का रिमोट कंट्रोल हैकर को देता है 

-हैकर आपके डिवाइस को दूर से कंट्रोल कर सकता है 

– जैसे कैमरा ऑन करना, स्क्रीन देखना, या डेटा मिटाना. 

-प्राइवेट फाइलें लीक कर सकता है 

-वायरस आपकी फाइलों की कॉपी बनाकर हैकर को भेज देता है, जिससे आपकी प्राइवेसी खतरे में पड़ जाती है. 

-नई खतरनाक फाइलें इंस्टॉल करता है.

  

कैसे बच सकते हैं?

हालांकि अब तक इस वायरस से प्रभावित होने की पुष्टि बहुत कम मामलों में हुई है, लेकिन साइबर सुरक्षा एजेंसियां और टेक एक्सपर्ट्स लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दे रहे हैं. सावधानी बरतने के लिए कुछ ज़रूरी सुझाव:

-किसी भी अनजान लिंक या अटैचमेंट को न खोलें, चाहे वह किसी दोस्त ने ही क्यों न भेजा हो. 

-WhatsApp या टेलीग्राम में “मीडिया ऑटो-डाउनलोड” फीचर को बंद कर दें. 

-अपने मोबाइल और कंप्यूटर में विश्वसनीय एंटीवायरस इंस्टॉल करें और उसे नियमित रूप से अपडेट करें. -सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से मिले लिंक पर क्लिक न करें. 

-पासवर्ड मजबूत और अलग-अलग रखें, और 2

-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करें. 

-अपने महत्वपूर्ण डेटा का रेगुलर बैकअप लें.