Railway news - 4.5 किमी लंबी मालगाड़ी! भारत में पहली बार छह खाली बॉक्सन रेक को जोड़कर बनाई गई रुद्रास्त्र मालगाड़ी, पूर्व मध्य रेलवे ने बनाया रिकॉर्ड
Railway news - DDU रेल मंडल ने आज नया इतिहास बना दिया है। रेल मंडल ने भारत में पहली बार 4.5 लंबे रुद्राक्ष मालगाड़ी का सफल परिचालन किया है।

Mughalsarai - भारतीय रेलवे के इतिहास में पूर्व मध्य रेलवे के डीडीयू रेल मंडल ने नया रिकॉर्ड बना दिया। देश में पहली बार छह खाली बॉक्सन रेक को जोड़कर बनाई गई रुद्रास्त्र मालगाड़ी को सफलतापूर्वक चलाया गया। सबसे खास बात इस मालगाड़ी की लंबाई थी, जो 4.5 किलोमीट थी।
डीडीयू के गंजख्वाजा से चलाई गई मालगाड़ी
यह मालगाड़ी करीब 4.5 किलोमीटर लंबी रही, जो अब तक भारतीय रेल की सबसे लंबी मालगाड़ी है। गुरुवार को रुद्रास्त्र ने पांच घंटे में 40 किलोमीटर की औसत स्पीड से गंजख्वाजा स्टेशन से गढ़वा रोड स्टेशन तक की 200 किलोमीटर की दूरी तय की। ट्रेन के सफलता पूर्वक चलाने पर डीडीयू रेल मंडल के अधिकारियों ने भी खुशी जाहिर की। अधिकारियों ने बताया कि माल ढुलाई की क्षमता और काम की कुशलता बढ़ाने की दिशा में पूर्व मध्य रेल के पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू मंडल) ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
रुद्राक्ष में जोड़ गए सात इंजन
वहीं पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ सरस्वती चन्द्र ने बताया कि रूद्रास्त्र को छह खाली बाक्सन रेक को जोड़कर तैयार किया गया, जिसमें कुल 354 वैगन शामिल हैं। इस मालगाड़ी को चलाने के लिए सात इंजन लगाए गए।
डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर से हुई रवाना
गंजख्वाजा स्टेशन से सभी छह रेक को जोड़कर बनी ''रूद्रास्त्र'' मालगाड़ी को दोपहर 2:20 बजे गढ़वा रोड के लिए रवाना किया गया। यह मालगाड़ी डीडीयू मंडल के गंजख्वाजा से सोननगर तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर और उसके बाद गढ़वा रोड की ओर भारतीय रेल के सामान्य ट्रैक पर चली।
पूर्व मध्य रेल का पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल भारतीय रेल के सबसे अहम मंडलों में से एक है, जो धनबाद मंडल को कोयला और अन्य सामान लादने के लिए लगातार समय से खाली मालगाड़ी पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। यहां मालगाड़ियों के डिब्बों की जांच और मरम्मत बड़े पैमाने पर की जाती है। जांच के बाद पूरी तरह ठीक डिब्बों को जोड़कर मालगाड़ी तैयार की जाती है, जिसे आगे धनबाद मंडल को भेजा जाता है ताकि वहां सामान लादा जा सके।