Mahakumbh 2025:महाकुंभ 2025 के दौरान, महाकुंभ क्षेत्र में 62 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ और हजारों वाहनों की आवाजाही के बावजूद, वायु गुणवत्ता को ‘ग्रीन जोन’ में बनाए रखा गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) विभिन्न महत्वपूर्ण तिथियों पर निम्नलिखित रहा:
13 जनवरी (पौष पूर्णिमा): AQI 67
14 जनवरी (मकर संक्रांति): AQI 67
29 जनवरी (मौनी अमावस्या): AQI 106
3 फरवरी (बसंत पंचमी): AQI 65
12 फरवरी (माघी पूर्णिमा): AQI 52
AQI में “100” से नीचे के आंकड़े को अच्छा माना जाता है, जबकि “100 से 150” को मध्यम श्रेणी में रखा जाता है। मौनी अमावस्या के दिन ही AQI 106 था, जो कि मध्यम श्रेणी में आता है। अन्य सभी दिनों में वायु गुणवत्ता को अच्छे के रूप में वर्गीकृत किया गया।
महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और वाहनों की उपस्थिति सामान्यतः वायु प्रदूषण बढ़ा सकती है। हालांकि, इस बार महाकुंभ क्षेत्र की वायु गुणवत्ता ने सभी अपेक्षाओं को पार कर दिया। CPCB के पर्यावरण सलाहकार इंजीनियर शेख शिराज ने बताया कि लगातार 42 दिनों तक शहर की वायु गुणवत्ता ‘ग्रीन जोन’ में रही, जो एक सकारात्मक संकेत है।
इसका मतलब यह है कि श्रद्धालुओं की लगातार आवाजाही और बड़ी संख्या में ईंधन चालित वाहनों की मौजूदगी के बावजूद, प्रदूषण स्तर नियंत्रित रहा। यह जानकारी न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।