अयोध्या में भगवान रामलला के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने बुधवार को लखनऊ के पीजीआई में अंतिम सांस ली। 3 फरवरी को उन्हें ब्रेन हैमरेज के कारण अयोध्या से लखनऊ भेजा गया था, तब से उनका उपचार जारी था।
3 फरवरी को आचार्य सत्येंद्र दास को अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था। उनकी हालत गंभीर थी, जिसमें सांस लेने में कठिनाई और ब्रेन हेमरेज शामिल थे। प्रारंभिक जांचों में पता चला कि उनके मस्तिष्क में कई सेगमेंट्स में रक्तस्राव हुआ है। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को नाजुक बताया और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए लखनऊ भेजा गया।
उनके निधन की खबर से राम मंदिर प्रशासन और भक्तों में चिंता का माहौल बना हुआ था। आचार्य सत्येंद्र दास ने 1992 से रामलला की पूजा की थी और वे राम मंदिर निर्माण के आरंभ से ही मुख्य पुजारी के रूप में कार्यरत थे। उनके स्वास्थ्य को लेकर भक्तों ने प्रार्थनाएं शुरू कर दी थीं, जबकि मंदिर प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि पूजा-पाठ जारी रहेगा। आचार्य सत्येंद्र दास का निधन भारतीय धार्मिक समुदाय के लिए एक बड़ा नुकसान है। न्यूज4नेशन की तरफ से उन्हें अंतिम प्रणाम।