42 लाख का गांजा जब्त: पिकअप वैन के तहखाने में छिपाकर ले जा रहे थे यूपी के तस्कर, पुलिस ने किया खेल खत्म!

ररिया पुलिस ने जोकीहाट के काकन चौक पर छापेमारी कर 280 किलो गांजा बरामद किया है। यूपी के दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जो पिकअप वैन में गुप्त तहखाना बनाकर नशे की खेप ले जा रहे थे।

42 लाख का गांजा जब्त: पिकअप वैन के तहखाने में छिपाकर ले जा र

Araria - : अररिया जिले की जोकीहाट थाना पुलिस ने नशीले पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी खेप बरामद की है। पुलिस ने एक पिकअप वैन से करीब 280 किलो गांजा जब्त किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 42 लाख रुपये बताई जा रही है. इस मामले में उत्तर प्रदेश के दो तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. 

पिकअप वैन के गुप्त तहखाने से निकला नशा

यह कार्रवाई 25 दिसंबर 2025 को दोपहर करीब 3 बजे की गई. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सिलीगुड़ी-अररिया फोरलेन के रास्ते एक पिकअप वैन में मादक पदार्थ ले जाया जा रहा है. सूचना के आधार पर काकन चौक (NH) पर पुलिस ने घेराबंदी कर वाहन को रोका. गहन तलाशी के दौरान पता चला कि अपराधियों ने पिकअप वैन के बेसमेंट (निचले हिस्से) में एक 'फाल्स कैविटी' (गुप्त तहखाना) बना रखा था. जब इसे खोला गया, तो उसमें भारी मात्रा में गांजा पैक करके रखा मिला. 

यूपी के दो तस्कर गिरफ्तार

पुलिस ने मौके से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान विष्णु पाठक (पिता दीनानाथ पाठक, निवासी वाराणसी, यूपी) और तेज बहादुर (पिता शिवकरण, निवासी सुल्तानपुर, यूपी) के रूप में हुई है. पूछताछ में तस्करों ने स्वीकार किया कि वे इस खेप को सिलीगुड़ी के आगे से लेकर आ रहे थे और इसे उत्तर प्रदेश के बनारस ले जाया जाना था. 

मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी पुलिस

इस तस्करी के पीछे एक बड़े गिरोह का हाथ होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों ने एक अन्य व्यक्ति का नाम लिया है, जो इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. उसी व्यक्ति ने गांजा मंगवाया था और इस पिकअप वैन को खरीदने में भी आर्थिक मदद (फाइनेंस) की थी. पुलिस अब उस व्यक्ति की पहचान और उसके विरुद्ध साक्ष्य जुटाने में लगी है. 

कठोर कानूनी कार्रवाई की तैयारी

पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि गिरफ्तार तस्करों के विरुद्ध एनडीपीएस (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. साथ ही, तस्करी के इस नेटवर्क के 'बैकवर्ड' और 'फॉरवर्ड' लिंक्स को खंगाला जा रहा है ताकि इस अवैध धंधे की पूरी चेन को तोड़ा जा सके. इस कार्रवाई से सीमावर्ती इलाकों में नशा माफियाओं के बीच हड़कंप मच गया है।

Report - rakesh kumar bhagat