Bhojpur EVM Video: भोजपुर में ईवीएम वीडियो वायरल मामला! 11 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज, पुलिस की सख्त कार्रवाई
Bhojpur EVM Video: भोजपुर जिले में मतदान के दौरान ईवीएम मशीन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में 11 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
Bhojpur EVM Video: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के दौरान भोजपुर जिला सुर्खियों में आ गया, जब कुछ मतदाताओं ने मतदान केंद्र पर ईवीएम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। कुछ ही घंटों में यह वीडियो फेसबुक और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो गया। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार मतदान केंद्र पर किसी भी प्रकार की रिकॉर्डिंग सख्त वर्जित है, ऐसे में यह मामला आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में सामने आया। भोजपुर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी और संबंधित सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान की।
पुलिस की त्वरित जांच और एफआईआर दर्ज
भोजपुर पुलिस ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए 11 फेसबुक यूजरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस के मुताबिक, इन व्यक्तियों ने ईवीएम पर वोट डालते हुए वीडियो बनाया और फिर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इनमें से कुछ लोग विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े हुए हैं। मुख्य आरोपी राज गौरव के साथ धर्मपाल सिंह, लाल अशोक कुमार सिंह उर्फ रामबाबू सिंह, संजय कुमार, विशाल यादव, अभिराज राय, अखिलेश कुमार, संतोष यादववंशी, उत्सव कुमार राय, छात्र नेता धनेश यदुवंशी और सचिन कुमार यादव के नाम पुलिस की रिपोर्ट में दर्ज हैं।

आचार संहिता उल्लंघन पर सख्त रुख
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मतदान केंद्रों पर इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल निर्वाचन आयोग के नियमों का उल्लंघन हैं, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया की गोपनीयता को भी प्रभावित करती हैं। भोजपुर ईवीएम वीडियो वायरल होने के बाद जिले में साइबर सेल की निगरानी और भी बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नजर रखते हुए चेतावनी जारी की है कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसी हरकत करता पाया गया तो उसके खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
चुनाव आयोग के निर्देश और जनता के लिए अपील
भोजपुर पुलिस ने आम मतदाताओं से अपील की है कि मतदान केंद्र पर वोट डालते समय किसी भी प्रकार की फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी से बचें। मतदान एक गोपनीय प्रक्रिया है, और उसकी सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है। प्रशासन का कहना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल आचार संहिता का उल्लंघन करती हैं, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी सवाल उठाती हैं।
भोजपुर आरा से आशीष की रिपोर्ट