Bihar Politics : भाकपा माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने भोजपुर को बताया ‘जनसंघर्ष की धरती’, कहा-इस बार बदलाव चाहती है जनता

ARA : बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र, मंगलवार को भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आरा स्थित माले कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि भोजपुर जिले में जनता एक बार फिर माले के उम्मीदवारों पर भरोसा जताएगी, क्योंकि यह ज़िला "हमेशा जनसंघर्ष की धरती" रहा है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार में भ्रष्टाचार और अपराध के ख़िलाफ़ जनमत का प्रतीक साबित होगा और जनता अब बदलाव चाहती है।
तीन सीटों पर माले प्रत्याशी, मुद्दे 'रोज़गार और शिक्षा'
दीपांकर भट्टाचार्य ने बताया कि इस बार भोजपुर ज़िले की तीन विधानसभा सीटों से माले के प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। पार्टी पूरी मज़बूती के साथ जनता के बुनियादी मुद्दों जैसे रोज़गार, शिक्षा और बेहतर क़ानून-व्यवस्था को लेकर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उनकी पार्टी जनता के बीच जाकर इन ज़रूरी मुद्दों को उठा रही है और उन्हें विश्वास है कि जनता माले के उम्मीदवारों को चुनकर सकारात्मक बदलाव लाएगी।
आरके सिंह के बयान का समर्थन, मगर 'महागठबंधन' पर चुप्पी
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दीपांकर भट्टाचार्य ने केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के हालिया बयान का समर्थन किया, जिसमें सिंह ने बिहार में अपराधी प्रवृत्ति के उम्मीदवारों को वोट न देने की अपील की थी। माले महासचिव ने कहा कि लोकतंत्र में जनता को ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए जो राजनीति को अपराध के रास्ते से चलाना चाहते हैं।
बचते रहे दीपांकर
हालाँकि, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि आरके सिंह ने यह टिप्पणी सिर्फ एनडीए ही नहीं, बल्कि महागठबंधन के उम्मीदवारों के संदर्भ में भी की है, तो दीपांकर भट्टाचार्य ने इस पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने बड़ी चतुराई से बातों को टाल दिया और विषय बदल दिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वे महागठबंधन के भीतर के आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों पर टिप्पणी करने से बच रहे थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे, जो माले के चुनावी अभियान को मज़बूती प्रदान करने का संकेत दे रहे थे।
आरा से आशीष की रिपोर्ट