Moving train accident:चलती ट्रेन से फिसली महिला कांस्टेबल, RPF जवान बना फरिश्ता , बहादुरी से बचाई जान,टला बड़ा हादसा
Moving train accident: रेलवे स्टेशन पर RPF जवान ने महिला कांस्टेबल की जान बचाई है,वहीं पूरी घटना CCTV में कैद हो गई है।...

Ara: दानापुर-पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेलखंड पर आरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर रविवार को एक बड़ा हादसा टल गया। RPF जवान कन्हैया कुमार की तत्परता और सूझबूझ से चलती ट्रेन से गिर रही एक महिला कांस्टेबल यात्री की जान बच गई, जिसकी हर तरफ सराहना हो रही है।
ब्रह्मपुत्र मेल से गिरते-गिरते बची महिला कांस्टेबल
घटना उस समय हुई जब अपने निर्धारित समय से 1 घंटे 35 मिनट देरी से चल रही 15658 ब्रह्मपुत्र मेल आरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर पहुंची। ट्रेन जब प्लेटफॉर्म से खुली, तो कई यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने लगे। इसी दौरान एक महिला कांस्टेबल यात्री भी ट्रेन पर चढ़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उनका संतुलन बिगड़ गया और वह ट्रेन व प्लेटफॉर्म के बीच के गैप में गिरने लगीं।
कन्हैया कुमार बने फरिश्ता, मौत के मुंह से निकाला
तभी प्लेटफॉर्म पर तैनात RPF कांस्टेबल कन्हैया कुमार ने अदम्य साहस और त्वरित प्रतिक्रिया का परिचय दिया। उन्होंने फुर्ती से महिला का हाथ पकड़ लिया और उन्हें पटरियों के बीच गिरने से बचा लिया। तब तक वहां मौजूद अन्य कांस्टेबल और यात्रियों ने मिलकर महिला को चलती ट्रेन से दूर खींचा। यह पूरी घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है, जिसमें कन्हैया कुमार की जांबाजी साफ दिख रही है।
महिला यात्री को किसी प्रकार की चोट नहीं आई है। बाद में उन्हें उसी ट्रेन में बैठाकर उनके गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया गया। महिला यात्री भी कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थीं।
RPF इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने की सराहना, यात्रियों से अपील
RPF इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह रेलवे सुरक्षा बल के जवानों की कर्तव्यनिष्ठा और यात्रियों की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि उस दिन प्लेटफॉर्म नंबर दो पर यात्रियों की काफी भीड़ थी, और इसी को देखते हुए हमारे जवान तैनात थे, जो चलती ट्रेन पर चढ़ने का प्रयास करने वाले यात्रियों को रोक रहे थे।
दीपक कुमार ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे ट्रेन में चढ़ते या उतरते समय जल्दबाजी न करें। उन्होंने कहा, "आपके ऊपर आपके परिवार की जिम्मेदारी है।" यह घटना एक बार फिर यह संदेश देती है कि थोड़ी सी सावधानी और रेलवे कर्मचारियों की मुस्तैदी से बड़े हादसों को टाला जा सकता है।
रिपोर्ट- आशीष कुमार