सिविल सर्जन की निजी क्लिनिक में गर्भवती महिला और नवजात की मौत, मुआवजा के नाम पर थमा फर्जी चेक, हादसे पर राजद ने मांगा इस्तीफा

 सिविल सर्जन की निजी क्लिनिक में गर्भवती महिला और नवजात की म

Aurangabad -:औरंगाबाद में सिविल सर्जन लालसा सिन्हा के खिलाफ राजद कार्यकर्ताओं और नवीनगर विधायक ने विरोध प्रदर्शन किया है। उन पर जालसाजी और लापरवाही का आरोप है। यह मामला एक निजी क्लिनिक में गर्भवती महिला की मौत से जुड़ा है।

घटना का विवरण:

कुछ समय पहले, सिविल सर्जन लालसा सिन्हा के निजी क्लिनिक में प्रसव के दौरान पूनम देवी नामक एक गर्भवती महिला और उसके नवजात शिशु समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। परिजनों ने जब इसका विरोध किया, तो सिविल सर्जन ने मुआवजे के तौर पर एक चेक दिया। हालांकि, बाद में यह पता चला कि वह चेक फर्जी था, क्योंकि या तो खाता बंद था या उसमें पर्याप्त पैसे नहीं थे।

राजद का विरोध प्रदर्शन:

इस जालसाजी के बाद, पीड़िता के परिवार को कोई कानूनी मदद नहीं मिल पाई। इसके चलते, राजद ने इस मुद्दे को उठाया और विरोध प्रदर्शन किया। नवीनगर के विधायक और राजद के जिला कार्यकर्ताओं ने मिलकर जिलाधिकारी से मुलाकात की और उन्हें पूरी घटना से अवगत कराया।

प्रदर्शनकारियों की मांग:

प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि सिविल सर्जन लालसा सिन्हा के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए और उन्हें तुरंत उनके पद से हटाया जाए। उनका आरोप है कि एक सरकारी पद पर रहते हुए सिविल सर्जन का निजी क्लिनिक चलाना और फिर लापरवाही के कारण हुई मौत के बाद फर्जी चेक देना एक गंभीर अपराध है।

रिपोर्ट:दीनानाथ मौआर, औरंगाबाद, बिहार