बांका जिले में आस्था के सागर में डूबा जनसैलाब, अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
Banka - लोक आस्था के महापर्व छठ का तीसरा दिन शनिवार को पूरे बांका जिले में श्रद्धा और भक्ति के रंग में सराबोर रहा। शाम होते ही जिले के सभी छठ घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। नदी, तालाब और पोखरों के तट भक्ति गीतों और दीपों की रोशनी से आलोकित हो उठे। व्रतधारियों ने परिवार की सुख-समृद्धि और समाज की मंगलकामना के साथ डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सजधजकर पूजा अर्चना की, वहीं पुरुषों और बच्चों ने श्रद्धा भाव से सहयोग किया।

बांका, अमरपुर, बेलहर, धोरैया, शंभूगंज समेत सभी प्रखंडों के छठ घाटों पर भक्ति और अनुशासन का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस दौरान प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर की गई तैयारियों की सराहना की गई।छठ घाटों की सफाई, सजावट और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह चौकस दिखा। नगर परिषद बांका, अमरपुर नगर पंचायत तथा पंचायतों की ओर से सभी प्रमुख घाटों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गई थी। संवेदनशील घाटों पर गोताखोरों की भी व्यवस्था की गई। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चेंजिंग रूम, अस्थायी शौचालय और प्रकाश व्यवस्था की समुचित व्यवस्था की गई थी।

अमरपुर के चंसार पोखर, नया पोखर, पैनिया नाथ घाट, विशनपुर, महोता और सलेमपुर घाट, बांका के चांदन नदी किनारे तारामंदिर घाट और सैजपुर घाट पर श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ रही।शाम ढलते ही चारों ओर घी के दीपक की टिमटिमाती रोशनी और छठ गीतों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।कल सुबह उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन किया जाएगा। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घाटों की स्वच्छता बनाए रखें, गहरे पानी में जाने से परहेज करें, और भीड़ के समय अनुशासन का पालन करें।जिले के सभी घाटों पर पुलिस बल बड़ी संख्या में तैनात थे और पदाधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी करते रहे ताकि पर्व शांतिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हो सके।
बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट