पुलिस की नाक के नीचे 'शराब की नदी': वर्षों से चल रहा था खेल, बुलडोजर पहुंचा तो हुआ भंडाफोड़
Begusarai - शहर में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान ने आज उस वक्त एक बड़े 'शराब कांड' का रूप ले लिया, जब प्रशासन की टीम लोहिया नगर ओवरब्रिज के नीचे पहुंची। यहां अतिक्रमण हटाने गई टीम को अवैध महुआ शराब का इतना बड़ा जखीरा मिला कि पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।
50 लाख की शराब, पुलिस भी सन्न

जानकारी के अनुसार, लोहिया नगर ओवरब्रिज के नीचे बसी झोपड़ियों और अवैध निर्माणों में वर्षों से महुआ शराब बनाने और बेचने का खेल चल रहा था। आज जब नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची, तो वहां शराब की अवैध फैक्ट्रियां चलती मिलीं। मौके से करीब 50 लाख रुपये से अधिक मूल्य की महुआ शराब बरामद की गई है।
सिस्टम की नाक के नीचे काला खेल

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरा कारोबार पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे वर्षों से फल-फूल रहा था, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। आज की कार्रवाई ने बिहार में शराबबंदी कानून के पालन और पुलिस की खुफिया तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे खुलेआम भट्ठियां धधक रही थीं और शराब तैयार की जा रही थी।
हर घर में तलाशी, माफियाओं में हड़कंप

भंडाफोड़ होते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ओवरब्रिज के नीचे बने दर्जनों घरों में पुलिस ताबड़तोड़ सर्च अभियान चला रही है। स्थिति यह है कि लगभग हर घर से शराब या उसे बनाने का सामान बरामद हो रहा है। पुलिस ने मौके पर ही हजारों लीटर शराब को नष्ट करना शुरू कर दिया है।
अधिकारियों की सफाई
मौके पर मौजूद उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि विभाग को पहले से गुप्त सूचना थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर सूचना थी, तो इतनी बड़ी मात्रा में शराब जमा होने का इंतजार क्यों किया गया?
फिलहाल, पुलिस की छापेमारी जारी है और शराब माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
रिपोर्ट – अजय शास्त्री