Bettiah news: बिहार पुलिस को मिली बड़ी सफलता! 22 साल से फरार महिला नक्सली को गिरफ्तार करने में हुए कामयाब, पुलिस स्टेशन उड़ाने की आरोपी
Bettiah news: पश्चिम चंपारण पुलिस को 22 साल बाद बड़ी सफलता मिली है। 2003 में डायनामाइट से गोवर्धना थाना उड़ाने वाली महिला नक्सली मीनाक्षी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

Bettiah news: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में पुलिस और STF ने संयुक्त कार्रवाई कर 2003 के डायनामाइट ब्लास्ट केस में वांछित महिला नक्सली मीनाक्षी को गिरफ्तार कर लिया है। 22 वर्षों से फरार चल रही मीनाक्षी की गिरफ्तारी को नक्सली नेटवर्क पर एक बड़ी चोट के रूप में देखा जा रहा है।
क्या था 2003 का गोवर्धना थाना ब्लास्ट?
मई 2003 में गोवर्धना थाना पर नक्सलियों ने डायनामाइट से हमला कर पूरी इमारत को उड़ा दिया था। इस घटना ने राज्य की कानून व्यवस्था को हिला कर रख दिया था और इसे बिहार के इतिहास की सबसे गंभीर नक्सली वारदातों में गिना जाता है।इस हमले में 27 नक्सलियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।मीनाक्षी को इस घटना की मुख्य योजनाकार माना गया। हमले के बाद से ही वह फरार चल रही थी और गिरफ्तारी वारंट जारी था
मीनाक्षी की गिरफ्तारी कैसे हुई?
STF और गोबरहिया थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि मीनाक्षी लौकरिया थाना क्षेत्र के सुंदरपुर गांव में अपने मायके में रह रही है।इसके बाद एक संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया गया और मीनाक्षी को गिरफ्तार कर लिया गया।गोबरहिया थानाध्यक्ष रामानंद प्रसाद ने बताया मीनाक्षी की गिरफ्तारी पिछले दो दशकों से एक बड़ी चुनौती थी। अब वह हमारे कब्जे में है और उसे न्यायालय में जल्द प्रस्तुत किया जाएगा।”
पुलिस की रणनीति
इस ऑपरेशन को सफल बनाने में तीन बातें प्रमुख रहीं
लंबे समय तक खुफिया नेटवर्क की सक्रियता
मौके की सटीक पहचान और लोकल नेटवर्क की सहायता
STF और थाने की टीमों के बीच बेहतर समन्वय
पुलिस अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी को नक्सलवाद के खिलाफ चल रही रणनीतिक लड़ाई की एक बड़ी जीत बताया है।