Bihar News: बिहार के इस विश्वविद्यायल में नहीं थम रहा विवादों का सिलसिला, अब इस मामले को लेकर हुआ बवाल, कुलपति रजिस्ट्रार आमने-सामने

Bihar News: बिहार के चर्चित विश्वविद्यालय में विवादों का सिलसिला जारी है। नए मामले में कुलपति और रजिस्ट्रार आमने सामने है। आइए जानते है पूरा मामला क्या है.....

टीएमबीयू
विवादों से घिरा टीएमबीयू - फोटो : social media

Bihar News: बिहार के भागलपुर के तिलका मांझी विश्वविद्यालय का विवाद थमने नाम नहीं ले रहा है। अब टीएमबीयू के मारवाड़ी कॉलेज में संविदा पर बहाल सहायक शेखर कुमार सिंह की सेवानिवृत्ति की तिथि को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। कॉलेज प्रशासन ने जहां उन्हें 60 वर्ष की उम्र पूरी होने पर 25 फरवरी को सेवा मुक्त कर दिया था, वहीं सीसीडीसी (कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल) ने इस निर्णय को रद्द कर दिया और आठ अप्रैल को जारी पत्र के माध्यम से उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि 28 फरवरी 2027 निर्धारित कर दी।

सीसीडीसी ने जारी किया पत्र

सीसीडीसी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कॉलेज प्राचार्य द्वारा किया गया निर्णय बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधानों के खिलाफ है, इसलिए कुलपति के निर्देश पर यह रिटायरमेंट रद्द किया गया है। इस पत्र में संविदा कर्मी की सेवा अवधि दो वर्ष और बढ़ा दी गई है।

राजिस्ट्रार ने जताई आपत्ति

इस पूरे प्रकरण पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. रामाशीष पूर्वे ने गंभीर आपत्ति जताते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय अधिनियम में संविदा कर्मी की सेवा अवधि बढ़ाने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि "ऐसा करके विश्वविद्यालय ने इतिहास रच दिया है"। रजिस्ट्रार ने बताया कि चूंकि पत्र में कुलपति के आदेश का हवाला दिया गया है, इसलिए वे इस मामले की जानकारी कुलपति को देंगे।

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प्रमाणपत्र वितरण समारोह को लेकर विवाद 

वहीं विश्वविद्यालय में एक और विवाद तब सामने आया जब नवनिर्वाचित सिंडिकेट सदस्यों ने कुलपति से मांग की कि वे प्रमाणपत्र वितरण और सम्मान समारोह प्रशासनिक भवन स्थित अपने कार्यालय से करें, न कि आवासीय कार्यालय से। सिंडिकेट सदस्यों मुश्फिक आलम, केके मंडल, निर्लेश कुमार और अमिताभ चक्रवर्ती ने इस संबंध में रजिस्ट्रार को पत्र सौंपा है। उनका कहना है कि वे पूर्व में भी यह मांग उठा चुके हैं कि विश्वविद्यालय का संचालन आवासीय परिसर से नहीं, बल्कि प्रशासनिक भवन से होना चाहिए। प्रमाणपत्र वितरण समारोह फिलहाल 15 अप्रैल को कुलपति के आवासीय कार्यालय में प्रस्तावित है, जिसे लेकर असंतोष गहराता जा रहा है।