Bihar CRime - राष्ट्रवाद और समाजसेवा का चोला उतरा, ब्लैकमेलिंग में लिप्त निकला गिट्टू तिवारी, फिरौती लेते रंगेहाथ पकड़ा गया गिरोह

Bihar CRime - राष्ट्रवाद और तिरंगा यात्रा जैसे कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेनेवाले गिट्टू तिवारी को ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने एक कपल का वीडियो बनाया और उनसे पैसे की डिमांड कर रहा था।

Bihar CRime - राष्ट्रवाद और समाजसेवा का चोला उतरा, ब्लैकमेलि
ब्लैकमेल करता था गिट्टू तिवारी- फोटो : संदीप वर्मा

Buxar - शहर में खुद को समाजसेवा और राष्ट्रवाद का प्रवक्ता बताने वाले अरविंद उर्फ गिट्टू तिवारी की असली तस्वीर तब सामने आ गई, जब वह अपने सहयोगी संजय उपाध्याय के साथ मिलकर एक अश्लील साजिश के तहत फिरौती वसूलते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। यह चौंकाने वाला मामला उस वक्त सामने आया, जब बंगाली टोला इलाके के सतर्क लोगों ने दोनों को पैसे लेते हुए धर दबोचा और तत्काल पुलिस के हवाले कर दिया।

पूरा घटनाक्रम आफताब आलम उर्फ जानू की शिकायत से उजागर हुआ, जिसने नगर थाना में दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया कि उसके भगिना और उसकी मंगेतर की निजी तस्वीरें एक फर्जी फेसबुक आईडी से फेसबुक के मैसेंजर में भेजी गई। इसके बाद अश्लील तस्वीर को सार्वजनिक करने की धमकी देकर आरोपियों ने डेढ़ लाख रुपये की मांग की। आखिरकार सौदा 28 हजार रुपये पर तय हुआ।

पैसे लेने के बहाने बुलाया

आरोपियों को फंसाने के लिए पीड़ित परिवार ने चालाकी दिखाई और रकम देने के बहाने उन्हें अपने पास बुला लिया। जैसे ही गिट्टू तिवारी और संजय उपाध्याय रकम लेने पहुंचे, पहले से तैयार मोहल्ले वालों ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया। लोगों की सतर्कता और हिम्मत के चलते दोनों भागने में असफल रहे और मौके पर ही पुलिस को सौंप दिए गए।

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देशभक्त निकला ब्लैकमेलर

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि पीसी कॉलेज निवासी गिट्टू तिवारी, जो अक्सर ‘तिरंगा यात्रा’ और देशभक्ति के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता था, इस पूरे साइबर ब्लैकमेलिंग रैकेट का मास्टरमाइंड है। उसका साथी संजय उपाध्याय वीर कुंवर सिंह कॉलोनी का रहने वाला है।

नगर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने जानकारी दी कि दोनों के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66C और 66D, साथ ही भारतीय न्याय संहिता की धारा 319, 318 और 303 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस साजिश में शामिल एक संदिग्ध युवती की तलाश में भी जुट गई है, जो इस गिरोह की अहम कड़ी मानी जा रही है।

बहरहाल इस घटना ने न केवल साइबर अपराध की बढ़ती गंभीरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि राष्ट्रवाद की आड़ में कितने नकाबपोश चेहरे समाज को गुमराह कर रहे हैं।

बक्सर से संदीप वर्मा की रिपोर्ट