Bihar news - सनातन परंपरा और आधुनिक शिक्षा का अद्भुत संगम है, श्रीधराचार्य वेद गुरुकुलम : बच्चों को मिलती है राष्ट्र सेवा की शिक्षा

Bihar news श्रीधराचार्य वेद गुरुकुलम : सनातन परंपरा और आधुनिक शिक्षा का अद्भुत संगम, राजकुमार चौबे बोले - यहाँ की शिक्षा बच्चों को सिर्फ नौकरी का अभ्यर्थी नहीं, बल्कि राष्ट्र का सेवक बनाती है।

Bihar news - सनातन परंपरा और आधुनिक शिक्षा का अद्भुत संगम है

Buxar - : विश्वामित्र सेना के संरक्षण में संचालित श्रीधराचार्य वेद गुरुकुलम आज सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण का सजीव उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। यह गुरुकुलम न केवल बच्चों को आधुनिक शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ता है, बल्कि उन्हें अपने गौरवशाली धर्म, संस्कृति और परंपराओं से भी परिचित कराता है। गुरुकुल का वातावरण अत्यंत प्रेरणादायी और अनुकरणीय है। प्रातःकालीन समय में जब विद्यार्थी वेद मंत्रों, श्लोकों और प्रार्थनाओं का उच्चारण करते हैं तो पूरा परिसर आध्यात्मिकता और दिव्यता से ओत-प्रोत हो उठता है। यह दृश्य ऋषि-मुनियों की तपोभूमि की याद दिलाता है और हर किसी के हृदय में श्रद्धा व उत्साह का संचार करता है।

यहाँ विद्यार्थियों को संस्कृत, वेद, उपनिषद और धर्मशास्त्र का अध्ययन कराया जाता है, साथ ही आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुरूप विज्ञान, गणित, अंग्रेज़ी और कंप्यूटर जैसी विषयों की भी शिक्षा दी जाती है। इस प्रकार की संतुलित शिक्षा पद्धति विद्यार्थियों को न केवल नैतिक और सांस्कृतिक दृष्टि से मजबूत बनाती है, बल्कि उन्हें आधुनिक प्रतिस्पर्धा के योग्य भी तैयार करती है।

 गुरुकुलम के आचार्यगण केवल शिक्षक नहीं, बल्कि आदर्श मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं। वे बच्चों में अनुशासन, संस्कार, चरित्र और राष्ट्रभक्ति की भावना का बीजारोपण करते हैं। यहाँ शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी भविष्य में समाज और राष्ट्र के स्तंभ बनकर भारतवर्ष को पुनः विश्वगुरु बनाने की दिशा में अग्रसर होंगे।

इस विषय में विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने कहा: श्रीधराचार्य वेद गुरुकुलम केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि यह सनातन संस्कृति का जीवंत केंद्र है। यहाँ बच्चों को ऐसी शिक्षा मिलती है, जो उन्हें सिर्फ नौकरी का अभ्यर्थी नहीं, बल्कि जीवन का साधक और राष्ट्र का सेवक बनाती है। हमें विश्वास है कि यह गुरुकुलम आने वाले समय में समाज को ऐसे आदर्श नागरिक देगा, जो धर्म, संस्कृति और राष्ट्र गौरव की रक्षा करेंगे।