Bihar Crime : बक्सर कोर्ट परिसर से हथकड़ी सहित फरार हुआ शराब तस्कर, पुलिस महकमें में मचा हड़कंप
BUXAR : जिला मुख्यालय स्थित व्यवहार न्यायालय परिसर में सोमवार की दोपहर उस समय सनसनी फैल गई, जब शराब तस्करी के मामले में गिरफ्तार आरोपी हथकड़ी समेत पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया। भीड़भाड़ वाले परिसर में दिनदहाड़े हुई इस घटना ने न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भीड़ का फायदा उठाकर फरार, चौकीदार पीछा करते रह गया
जानकारी के अनुसार चक्की थाना क्षेत्र के गायघाट गांव निवासी सरबजीत बिंद उर्फ लम्बू (35) को शराब तस्करी के मामले में पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था। उसे चक्की थाना के एएसआई शंभु शरण और चौकीदार सुरेंद्र यादव न्यायालय लेकर पहुंचे थे। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के लिए दारोगा कोर्ट कार्यालय में चले गए, जबकि आरोपी को बाहर चौकीदार की निगरानी में बैठाया गया था। आरोपी के हाथों में हथकड़ी लगी थी और चौकीदार उसकी हथकड़ी से बंधी रस्सी पकड़े हुए था। इसी बीच कोर्ट परिसर में मौजूद भारी भीड़ और शोरगुल का फायदा उठाते हुए सरबजीत बिंद ने अचानक रस्सी छुड़ा ली और हथकड़ी लगे हाथों के साथ भीड़ में घुसकर फरार हो गया। चौकीदार ने शोर मचाते हुए उसका पीछा किया, लेकिन आरोपी कुछ ही पलों में भीड़ में ओझल हो गया।
पुलिस महकमे में हड़कंप, कई थानों की टीम सक्रिय
घटना की सूचना मिलते ही न्यायालय परिसर में अफरातफरी का माहौल बन गया। आरोपी की फरारी की खबर पुलिस महकमे तक पहुंचते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया। जिले के कई थानों की पुलिस टीमों को त्वरित रूप से तलाश अभियान में लगा दिया गया है। आसपास के इलाकों, भीड़भाड़ वाले बाजारों, बस स्टैंड और संभावित छिपने के स्थानों पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है।
एसपी ने कहा लापरवाही की अनदेखी नहीं होगी, विभागीय कार्रवाई के दिए संकेत
पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने बताया कि आरोपी के फरार होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पुलिस अभिरक्षा में गंभीर लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एसपी ने यह भी निर्देश दिया कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए सभी थानों की टीम अलर्ट रहें और संदिग्ध स्थानों पर लगातार छापेमारी जारी रखें।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
बहरहाल कोर्ट परिसर जैसे संवेदनशील स्थान पर हथकड़ी लगे आरोपी का इस तरह भीड़ में खो जाना न केवल सुरक्षा में चूक को उजागर करता है, बल्कि पुलिस अभिरक्षा की कार्यशैली पर भी बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। घटना के बाद न्यायालय प्रबंधन और पुलिस प्रशासन दोनों की भूमिका पर चर्चा तेज हो गई है। वहीं स्थानीय लोग भी पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि कोर्ट परिसर में रोज भारी भीड़ रहती है, ऐसे में अभियुक्तों की सुरक्षा के लिए अधिक सतर्कता की आवश्यकता होती है।
संदीप की रिपोर्ट