देश में एक ऐसी जगह है, जहां पर साइंस और मैथ्स में फेल होने के बावजूद स्टूडेंट्स को दसवीं से 11वीं में प्रमोट किया जाएगा। यह अपडेट महाराष्ट्र सरकार ने स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन यानी सीएफ एसी में किया है। इस नई पॉलिसी के अनुसार दसवीं के स्टूडेंट अगर साइंस और मैथ्स सब्जेक्ट में फेल हो जाते हैं, तो भी उन्हें 11वीं में भेज दिया जाएगा। इन सब्जेक्ट में 20 मार्क्स मिनिमम होने चाहिए।
क्या आपको पता है कि यह फैसला महाराज सरकार ने क्यों लिया है? दरअसल, महाराष्ट्र सरकार ने यह अपडेट स्कूल में जब ड्रॉपआउट रेट कम करने और एजुकेशन सिस्टम को स्टूडेंट के लिए फ्लैक्सिबल बनाने के लिए लिया है। यह कदम इसलिए उठाया गया है, ताकि जो स्टूडेंट कुछ सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहे हैं, वह बाकी सब्जेक्ट के साथ आगे बढ़ सके।
नई पॉलिसी के अनुसार दसवीं में मैथ्स और साइंस में जिन स्टूडेंट ने 20 से 34 मार्क्स तक स्कोर किए हैं, उन्हें 11वीं में भेजा जाएगा। हालांकि यह पॉलिसी सिर्फ मैथ्स और साइंस सब्जेक्ट के लिए ही है। दूसरे सब्जेक्ट पर यह लागू नहीं होगा। इसके अलावा स्टूडेंट्स को अपने मार्क्स बेहतर करने के लिए एग्जाम दोबारा देने का भी मौका मिलेगा।