PATNA - 70वें बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में पटना के एक सेंटर पर हुए हंगामे के बाद बीपीएससी ने साफ कर दिया है कि वह इसे फिर से आयोजित करने के मूड में नहीं है। आज हंगामे के बाद बीपीएससी चेयरमैन ने प्रेस वार्ता के दौरान साफ कर दिया कि सिर्फ एक सेंटर के कुछ सौ छात्रों के हंगामे के कारण साढ़े चार लाख से अधिक अभ्यर्थियों को हम दोबारा परीक्षा के लिए नहीं कह सकते हैं।
बीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनु भाई ने कहा आज की परीक्षा 912 सेंटर पर आयोजित की गई। 911 सेंटर पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही। सिर्फ एक सेंटर पर हंगामा हुआ। वह भी तीन-चार सौ छात्रों के द्वारा। वह ओएमआर सीट लेकर सेंटर से बाहर आए। बाकि पूरे राज्य में कहीं ऐसी घटना नहीं हुई।
पेपर लीक की बात से किया इनकार
आयोग ने यह भी कहा कि कुछ लोग परीक्षा में प्रश्न पत्र पहुंचने को लेकर यह कह रहे हैं कि पेपर लीक किया गया। लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं है। जिस बापू सेंटर में हंगामा हुआ। वहां 12 हजार परीक्षार्थी थे। जिसके लिए 66 कंटेनर से प्रश्न पत्र भेजे गए थे। दो दंडाधिकारी इसके लिए ड्यूटी पर लगाए गए थे। आयोग का शुरू से ही यह प्रावधान रहा है कि हर सेंटर पर कुल छात्रों का 6 परसेंट अधिक प्रश्न पत्र भेजा जाए। ताकि किसी प्रकार की परेशानी होने पर उसे तत्काल ठीक किया जा सके।
पहली बार नहीं बंटे 10 मिनट लेट से प्रश्न पत्र
आयोग चेयरमैन ने बताया कि छात्रों का आरोप है कि 10 मिनट लेट से प्रश्न पत्र बांटे गए। लेकिन यह पहली बार नहीं है कि ऐसा हुआ है। इससे पहले भी अगर किसी कारण से पेपर बांटने में देरी होती है तो उतना अतिरिक्त समय दिया जाता है। यहां भी ऐसा ही किया गया।
हंगामा करनेवाले अभ्यर्थियों पर कार्रवाई
आयोग चेयरमैन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। इसके साथ ही जिन अभ्यर्थियों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे अभ्यर्थियों की सीसीटीवी से पहचान की जा रही है।
रिपोर्ट - नरोत्तम कुमार