PATNA - बिहार में शिक्षा विभाग द्वारा आगामी नौ-दस दिसंबर को सभी जिले में अपार आईडी(मेगा आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री) मनाने जा रहा है। यह कार्यक्रम सभी प्रखंड और स्कूल स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। जिसमें सभी छात्रों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है।
सभी जिलों के शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में निर्देश दिया गया है कि नयी शिक्षा नीति के सभी बच्चों का अपार आइडी निर्माण किया जाना है। जिसमें राज्य के प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक (निजी विद्यालय सहित) में नामांकित व अध्ययनरत सभी बच्चों का अपार आइडी बनाना है। अपार आइडी बनाने का काम इस महीने तक पूरा करना है। जिसके लिए जिला स्तर पर मॉनिटरिंग सेल गठित किया गया है. यह सेल प्रतिदिन अपार आइडी की रिपोर्ट राज्य कार्यालय को सौंपेगा। इसी प्रोग्राम को लेकर नौ व 10 दिसंबर को मेगा अपार दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है
बच्चों के परिजन को भेजा गया लेटर मांगी पूरी जानकारी
शिक्षा विभाग से मिले निर्देश के बाद निजी स्कूलों ने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देशित पत्र (आवेदन पत्र) अभिभावकों को भेजा है,आवेदन पत्र में अभिभावकों से माता-पिता की हस्ताक्षर अनुमति मांगी गयी है. आवेदन पत्र में माता-पिता का आधार नंबर अंकित किया जाना है. पत्र में बच्चों के नाम, कक्षा, क्रमांक, स्कूल का नाम, स्कूल का यू-डायस कोड अंकित किया गया है.
जीवन भर नामांकित बच्चों की होगी पहचान
अपार आइडी बनाने का उद्देश्य छात्रों को अपनी पहचान देना है। शिक्षा मंत्रालय ने स्कूलों या शिक्षण संस्थानों में नामांकित बच्चों की पहचान के लिए आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (अपार आइडी) विकसित कर रहा है। यह अपार आइडी बच्चों की पहचान नंबर होगी, जो जीवन भर उक्त विद्यार्थी के पास रहेगा।
प्रमाण पत्रों की जांच में भी एक क्लिक से मिलेगी जानकारी
यदि कोई विद्यार्थी पढ़ाई पूरी करने के बाद सरकारी या निजी संस्थान में नौकरी करने जाता है और उसकी प्रमाण पत्रों की जांच की आवश्यकता पड़ेगी तो उक्त अपार आइडी का प्रयोग कर एक क्लिक से विद्यार्थी की पहचान की जाती है कि वह किस संस्थान, राज्य व देश से पढ़ाई पूरी की है. यदि कोई बच्चों बिहार से बहार किसी संस्थान में नामांकन लेना चाहता है तो अपार आइडी का प्रयोग कर पता किया जा सकता है कि वह कहां अध्ययनरत है।