Bihar Transport News: बिहार की परिवहन व्यवस्था को पटरी पर लाने को लेकर विभाग लगातार कदम उठा रहा है. इसी कड़ी में परिवहन विभाग ने कई जिलो में स्वचालित फिटनेस टेस्ट सेंटर स्थापित करने को लेकर लाईसेंस निर्गत किए हैं. राजधानी पटना में स्वचालित फिटनेस टेस्ट सेंटर (एटीएस) के माध्यम से गाड़ियों का फिटनेस टेस्ट होना शुरू हो गया है. अब परिवहन विभाग के तकनीकी अधिकारियों को स्वचालित फिटनेस टेस्ट के बारे में जानकारी दी जायेगी. इसके लिए ARAI कार्यशाला आयोजित कर रही है, जिसमें अपर जिला परिवहन पदाधिकारियों और मोटर यान निरीक्षकों का प्रशिक्षण होगा. 22-23 अक्टूबर को दो दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया है. सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार की संस्था ARAI परिवहन विभाग के एडीटीओ-एमवीआई को पटना जिले में हाल ही में शुरू किए गए 'वैष्णवी ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर' लेकर जायेगी, जहां सभी को नई तकनीक के बारे में जानकारी दी जायेगी.ARAI परिवहन विभाग के तकनीकी अधिकारियों को पटना से सटे गोपालपुर (चिरोरा) में स्थापित किए गए इस एटीएस पर ले जाकर स्वचालित मशीन से गाड़ियों के फिटनेस जांच किस तरह से की जाती है, इसका प्रशिक्षण देगी.
परिवहन विभाग के 30 तकनीकी अधिकारियों की ट्रेनिंग
परिवहन विभाग के आदेश में कहा गया है की सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा स्पॉन्सर्ड ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्टिंग स्टेशन प्लानिंग एंड ऑपरेशन के संबंध में ARAI द्वारा 22 से लेकर 23 OCT. तक पटना में वर्कशॉप/ ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित की जा रही है. इसके लिए 15 जिलों के अपर जिला परिवहन पदाधिकारी( ADTO) 15 मोटर यान निरीक्षक (MVI) कुल 30 लोगों को ट्रेनिंग को लेकर नामित किया गया है. राज्य परिवहन आयुक्त ने कहा है कि आप सभी ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्टिंग स्टेशन प्लानिंग एंड ऑपरेशन के संबंध में ए. आर. ए. आई. द्वारा पटना में दो दिनों तक आयोजित होने वाले वर्कशॉप सह प्रोग्राम में भाग लेना सुनिश्चित करें. .ए आर. ए.आई. द्वारा पदाधिकारियों को फीडबैक फॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा, जिसे भरकर विभाग को उपलब्ध कराना है . साथ ही सभी पदाधिकारी प्रशिक्षण के बाद अपने जिलों में जाकर संबंधित कर्मियों के साथ 2 घंटे का डी-ब्रीफिंग सेशन रखेंगे.
सिस्टम को अपग्रेड करने में जुटे परिवहन सचिव
बता दें, बिहार के परिवहन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल लगातार परिवहन व्यवस्था दुरूस्त करने में जुटे हैं. उनके प्रयास से ही सूबे में यह व्यवस्था (एटीएस) लागू की गई है. साथ ही सड़कों पर बिना प्रमाण पत्र के गाड़ियां न चले, इसके लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. स्कूली बसों से लेकर सार्वजनिक परिवहन की सभी गाड़ियों की लगातार जांच की जा रही है. अब सूबे में भी स्वचालित फिटनेस टेस्ट सेंटर स्थापित हो गया है, जिसके माध्यम से गाड़ियों की फिटनेस जांच शुरू हो गई है. परिवहन विभाग की कोशिश है कि स्वचालित मशीनों से गाड़ियों की फिटनेस की जांच हो,ताकि सड़क दुर्घटना कम हो सके.