PATNA - यूजीसी ने अगले साल पोस्ट ग्रेजुएशन व ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए आयोजित होनेवाले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूइटी) में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है। इसके लिए एक यूजीसी की बनाई कमेटी ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे। अब इन सुझावों को लागू करने की तैयारी की जा रही है।
सीयूईटी में होनेवाले बदलाव की जानकारी देते हुए यूजीसी अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने बताया कि पिछले वर्षों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर भी कई निर्णय लिये गये हैं। उन्होंने बताया कि सुझावों को लागू करने से पहले सीयूइटी-यूजी और सीयूइटी-पीजी 2025 आयोजित करने के लिए संशोधित दिशा-निर्देशों का विवरण देते हुए एक प्रस्ताव जारी करेगा। जिसमें छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और संस्थानों से फीडबैक और सुझाव आमंत्रित किये जायेंगे। इसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
माना 2022 में हुई थी तकनीकी गड़बड़ी
यूजीसी हेड ने इस दौरान इस बात को स्वीकार किया कि 2022 में परीक्षा के पहले संस्करण में, सीयूइटी-यूजी तकनीकी गड़बड़ियों से ग्रस्त था. साथ ही, एक विषय के लिए कई शिफ्टों में आयोजित किये जाने वाले परीक्षणों के परिणामस्वरूप, परिणामों की घोषणा के दौरान अंकों को सामान्य करना पड़ा.
उन्होंने बताया कि 2024 में पहली बार हाइब्रिड मोड में परीक्षा आयोजित की गयी थी. इसे लॉजिस्टिक कारणों का हवाला देते हुए आयोजित होने से एक रात पहले दिल्ली भर में रद्द कर दिया गया था। जिसके बाद अब इसमें सुधार के लिए कमेटी बनाई गई थी।